पेशाब में झाग: जानें कारण, लक्षण और घरेलू उपचार
जब पेशाब में झाग बनता है, तो यह शरीर की आंतरिक प्रक्रियाओं और अंगों की कार्यप्रणाली को दर्शाता है। पेशाब में झाग मुख्यत तब बनता है, जब किडनी (गुर्दे) ठीक से काम नहीं कर रही होती। किडनी का मुख्य काम शरीर से टॉक्सिन्स और अपशिष्ट को छानकर यूरिन के जरिए बाहर निकालना होता है।
जब किडनी के फिल्टर (नेफ्रॉन) खराब हो जाते हैं या कमजोर हो जाते हैं, तब पेशाब में प्रोटीन जैसी चीजें लीक होकर बाहर आने लगती हैं। इसे मेडिकल भाषा में "प्रोटीन्यूरिया" कहा जाता है। प्रोटीन के अधिक मात्रा में मौजूद होने से झाग बन सकता है, जो एक असामान्य संकेत है।
किडनी, हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो रक्त को छानकर अतिरिक्त पानी, खनिज लवण और अपशिष्ट पदार्थों को अलग करती है। यह छना हुआ तरल पेशाब के रूप में मूत्राशय में एकत्रित होता है। अगर किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है, तो रक्त में मौजूद प्रोटीन पेशाब में चला जाता है। यह प्रोटीन पेशाब में झाग पैदा करता है। पेशाब में बार-बार झाग दिखाई देना और लंबे समय तक बना रहना, सामान्य नहीं है।
पेशाब में झाग आने के मुख्य कारण:
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किडनी की समस्या: जब किडनी ठीक से फ़िल्टरिंग नहीं करती।
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शरीर में पानी की कमी: पेशाब गाढ़ा होने पर झाग बनने की संभावना बढ़ जाती है।
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शुगर लेवल बढ़ना: डायबिटीज में पेशाब में प्रोटीन और शुगर अधिक होने से झाग बन सकता है।
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यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन: बैक्टीरिया के कारण झाग या बुलबुले दिखाई दे सकते हैं।
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हार्मोनल बदलाव या गर्भावस्था: महिलाओं में झाग का कारण बन सकते हैं।
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आहार संबंधी कारण: अधिक प्रोटीन (मांस, अंडा, सप्लीमेंट) लेने से।
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पेशाब रोकने की आदत: लंबे समय तक रोकने से झाग बन सकता है।
घरेलू उपाय:
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रोजाना 8-10 गिलास पानी पिएं।
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प्रोटीन युक्त भोजन कम करें; ताजे फल और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं।
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नारियल पानी पिएं।
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मूत्र मार्ग की साफ-सफाई रखें।
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पेशाब को समय पर करें।
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आयुर्वेदिक उपाय: त्रिफला चूर्ण, धनिया और पुदीने का पानी।
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गुनगुने पानी से स्नान करें।
पेशाब में झाग किस वजह से आ सकता है?
किडनी अगर सही से फ़िल्टरिंग नहीं कर पाती है, तो पेशाब में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे झाग बनता है। शरीर में पानी की कमी होने पर पेशाब गाढ़ा हो जाता है, और उसमें झाग बनने की संभावना बढ़ जाती है। शुगर लेवल बढ़ने पर पेशाब में शुगर और प्रोटीन की अधिकता के कारण झाग बनने लगता है।
बैक्टीरिया के कारण यूरिनरी ट्रैक्ट में संक्रमण हो सकता है, जिससे पेशाब में झाग या बुलबुले दिख सकते हैं।महिलाओं में गर्भावस्था या हार्मोनल असंतुलन के कारण पेशाब में झाग आ सकता है। भोजन में मांस, अंडा या प्रोटीन सप्लीमेंट अधिक मात्रा में लेने से भी झाग बन सकता है। लंबे समय तक पेशाब रोकने से उसमें झाग बनने की संभावना बढ़ जाती है।
घर पर रहकर इलाज ऐसे करें
रोजाना 8-10 गिलास पानी पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे और पेशाब साफ और झाग रहित हो। प्रोटीन युक्त आहार जैसे मांस, अंडा, ना खाएं और दाल का सेवन सीमित मात्रा में करें। ताजा फल और सब्जियों का सेवन अधिक करें।
नारियल पानी पिएं, यह शरीर को हाइड्रेट रखने और किडनी को साफ करने में मदद करता है। मूत्र मार्ग की साफ-सफाई का ध्यान रखें। पेशाब रोकने की आदत छोड़ दें और समय पर पेशाब करें। त्रिफला चूर्ण का सेवन करें, आयुर्वेद में इसे किडनी और मूत्र प्रणाली को साफ करने के लिए उपयोगी माना गया है।
धनिया और पुदीने का पानी उबालकर ठंडा करके पिएं, यह पेशाब संबंधी समस्याओं में राहत दिला सकता है। गुनगुने पानी से स्नान करें, यह यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन को कम करने में मददगार हो सकता है। अगर उपरोक्त बताए गए सभी उपाय करने के बाद भी पेशाब में झाग दिखते है तो इन बातों पे ध्यान दें।
पेशाब में झाग बार-बार दिखने पर डॉक्टर से परामर्श करें। किडनी और ब्लड शुगर की नियमित जांच करवाएं, ताकि किसी गंभीर समस्या का पता लगाया जा सके। व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और संतुलित जीवनशैली अपनाएं। पर्याप्त नींद लें और तनाव से बचें, क्योंकि ये भी शरीर की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।

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