कोरोना को लेकर सबसे बड़े शोध की तैयारी, भीड़ जुटाकर कोरोना के फैलाव का होगा अध्ययन...


जर्मनी में कोरोना को लेकर सबसे बड़े शोध की तैयारी, लाइव कंसर्ट में भीड़ जुटाकर कोरोना के फैलाव का होगा अध्ययन


विदेश: जर्मनी में कोरोना को लेकर दुनिया का सबसे बड़ा और चुनौती भरा शोध होने वाला है. कोरोना वायरस बंद कमरों में किन किन चीजों से फैलता है ? महामारी के बीच क्या किसी बंद स्टेडयम में मनोरंजन गतिविधियों का आयोजन सुरक्षित है ? जर्मनी स्थित मार्टिन लूथर किंग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता इन्ही सवालों के जवाब तलाशने के लिए एक लाइव म्यूजिक कंसर्ट के आयोजन की तैयारी में जुटे है.


22 अगस्त को लेपजिग में प्रस्तावित कंसर्ट में मशहूर गायक टिम बेंडजको की सुरो की महफिल सजेगी. इस कंसर्ट में करीब 4 हजार श्रोताओ को शामिल करने की तैयारी की जा रही है. वहीं कार्यक्रम में करीब 11.4 लाख डॉलर (करीब 7.98 करोड़ रूपये) का खर्च आएगा.

पल पल की लोकेशन पर रखेंगे नजर:


डॉ. स्टीफन मोरित्ज के नेतृत्व में होने वाले इस अध्ययन में सभी प्रतिभागियों के गले में अत्याधुनिक सेंसर से लैस एक नेकलेस पहनाया जायेगा. यह नेकलेस हर पांच सेकंड बाद प्रतिभागियों की लोकेशन साझा करेगा. साथ ही यह भी बताएगा की वे औरो के कितने करीब जाते है और उनके बीच किस स्तर तक संपर्क हुआ है.

सबसे ज्यादा छुई जाने वाली सतह पहचानेंगे:


प्रतिभागियों के हाथ में 'फ्लुरोसेंट सेनिटाइजर' लगाया जायेगा. इससे वे जिस भी सतह को छुएंगे, वो कंप्यूटर स्क्रीन पर दमकती नजर आएगी. साथ ही इससे ये पता चलेगा की ऐसे आयोजनों में लोग ज्यादा किन चीजों को छूते है. इसके अलावा सार्स कोव-2 वायरस को फैलाने में एयरोसोल (नांक-मुंह से निकलने वाली सूक्ष्म बूंदे) क्या भूमिका निभाती है, इसकी जांच के लिए फॉग मशीन का सहारा लिया जायेगा.

तीन चरणों में आंकेंगे असर :


पहला चरण : सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं :


इसमें मास्क पहने सभी प्रतिभागी दो दरवाजो से स्टेडियम में दाखिल होंगे. वे बेहिचक आपस में घुल-मिल सकेंगे.

दूसरा चरण : सामाजिक दूरी का पालन :


इस चरण में आठ दरवाजो से प्रतिभागियों के प्रवेश की व्यवस्था की जाएगी. एक-एक सीट छोड़कर बैठने की इजाजत मिलेगी. .

तीसरा चरण : डेढ़ मीटर का फासला अनिवार्य होगा :


तीसरे और अंतिम चरण में 12 हजार क्षमता वाले स्टेडियम में 2 हजार प्रतिभागियों को ही प्रवेश मिलेगा. डेढ़ मीटर का फासला बनाये रखना अनिवार्य होगा.

अध्ययन से 48 घंटे पहले होगी प्रतिभागियों की जांच :

शोधकर्ताओं के अनुसार कार्यक्रम में 18 से 50 साल तक के 4 हजार प्रतिभागी शामिल होंगे. कंसर्ट में शिरकत करने से 48 घंटे पहले सभी प्रतिभागियों की कोरोना जांच की जाएगी, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आना जरुरी होगा.


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