राज्य सरकार के नए प्रतीक चिन्ह का अनावरण, 15 अगस्त से हो जाएगा लागू...



राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया राज्य सरकार के नए प्रतीक चिन्ह का अनावरण, 15 अगस्त से हो जाएगा लागू।


Sahibganj News: झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने आज झारखंड सरकार के नए प्रतीक चिन्ह ( लोगो ) का झारखंड वासियों को तोहफा दिया है। नया लोगो 15 अगस्त के शुभ अवसर पर लागू हो जाएगा।

प्रतीक चिन्ह की वृत्ताकार परिधि में हाथी, स्थानीय उत्सव, पलाश के फूलों, और केंद्र में अशोक स्तंभ को स्थान दिया गया है। प्रतीक चिह्न के ऊपरी भाग में झारखंड सरकार, और नीचे गवर्नमेंट ऑफ झारखंड लिखा गया है।

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया राज्य सरकार के नए प्रतीक चिन्ह का अनावरण, 15 अगस्त से हो जाएगा लागू।

अनावरण के लिए मोहराबादी स्थित, आर्यभट्ट सभागार में आयोजित समारोह में, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे। बता दें कि राज्य सरकार ने पिछले दिनों कैबिनेट से स्वीकृत नए लोगो में आंशिक बदलाव किए थे।

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प्रतीक चिन्ह में अंकित किए गए हाथी, नर्तकी, पलाश के फूलों की संख्या को नए सिरे से निर्धारण किया गया है। मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि यह प्रतीक चिन्ह हमारी संस्कृति को रेखांकित करता है।

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ये हमारी अस्मिता का घोतक, और हमारी चेतना का प्रतीक है। राज्य के प्राकृतिक परिवेश, एवं यहां के लोगों के जीवन दर्शन को अपने में समेटे हुए, हमारी पहचान को समग्रता से प्रकट करता है। हेमंत सरकार ने 29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद, अपने कैबिनेट में राज्य चिन्ह बदलने का निर्णय लिया था।

205 दिनों के बाद कैबिनेट के नए राज्य चिन्ह बदलने पर मोहर लगाई थी। लगभग 200 दिनों की मेहनत के बाद इसे तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री ने अपने मार्गदर्शन में अपनी टीम से इसे तैयार कराया है।

आइए जानते हैं नए लोगो ( प्रतीक चिन्ह ) के बारे में

हरा रंग= नए राज्य चिह्न का हरा रंग संपूर्ण राज्य में फैली हरियाली और वन संपदा का परिचायक है।

हाथी=हाथी झारखंड के महान इतिहास, शक्ति, और सामूहिक बुद्धिमत्ता का प्रतीक है। लोगो में 24 हाथी के चित्रों को जगह दी गई है।

पलाश के फूल=,फ्लेम ऑफ द फॉरेस्ट, के नाम से प्रसिद्ध पलास या टेसू का फूल, झारखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाता है। इस लोगो में 24 पलाश के फूलों को स्थान दिया गया है।

स्थानीय उत्सव= स्थानीय त्योहारों को दर्शाने वाले जनजातीय कला को नए राज्य चिन्ह में जगह दी गई है, जो राज्य की समृद्धि और विविधता पूर्ण परंपराओं के साथ उसकी संस्कृति और धरोहर का बोध कराता है। लोगो में 48 नृत्य करती महिलाओं की आकृतियों को दर्शाया गया है।

अशोक स्तंभ= नए राज्य चिन्ह के केंद्र में अशोक स्तंभ, भारत के प्रथम सहकारी संघवाद, झारखंड की सहभागिता, एवं अद्वितीय भूमिका को भी दर्शाता है।

क्या था पुराना प्रतीक चिन्ह= यह वर्गाकार था। बीच में अशोक चक्र अंकित था। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा से नीले रंग का अशोक चक्र लिया गया था। अशोक चक्र  चार  J अक्षरों से घिरा था। ये चार J, क्लॉक वाइज अंकित था।

पहला J अक्षर झारखंड को, प्रतिबिंबित करता था। वहीं तीन J अक्षर ,जल, जंगल ,और जमीन के प्रतीक के रूप में था। जबकि हरा रंग राज्य की हरियाली को दर्शाता था। नया लोगो के जारी होने की जानकारी खुद सीएम श्री सोरेन ने अपने टि्वटर हैंडल पर दिया और लिखा, जय झारखंड जय भारत।


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