साहिबगंज के अमन कुमार को BHU में मिला टैबलेट, दो बार UGC-NET क्वालिफाई कर जिले का नाम किया रौशन


साहिबगंज के अमन कुमार को BHU में मिला टैबलेट, दो बार UGC-NET क्वालिफाई कर जिले का नाम किया रौशन

साहिबगंज: शहर के कॉलेज रोड स्थित चैती दुर्गा मंदिर निवासी अशोक कुमार और शोभा देवी के पुत्र अमन कुमार होली ने शिक्षा और सामाजिक योगदान के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कर जिले को गौरवान्वित किया है। उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार की उच्च शिक्षा डिजिटल सशक्तिकरण योजना के तहत काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी में अध्ययन के दौरान टैबलेट प्रदान किया गया।

अमन ने वर्ष 2024 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में परास्नातक की पढ़ाई प्रथम श्रेणी में पूर्ण की है। इससे पूर्व वे दो बार UGC-NET परीक्षा सफलतापूर्वक पास कर चुके हैं, जो उनकी विद्वत्ता और लगन का प्रमाण है।

प्रारंभिक शिक्षा से परास्नातक तक उत्कृष्ट प्रदर्शन

  • प्रारंभिक शिक्षा: NRP सेंटर, साहिबगंज

  • मैट्रिक (2018): पूर्व रेलवे उच्च विद्यालय

  • इंटरमीडिएट (2020): साहिबगंज महाविद्यालय, विज्ञान संकाय

  • स्नातक (2023): हिंदी साहित्य, प्रथम श्रेणी

  • परास्नातक (2024): काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, हिंदी विभाग

राष्ट्रीय सेवा और सामाजिक सहभागिता में भी अग्रणी

अमन न केवल शिक्षा में बल्कि राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) और ब्लड डोनेशन सोसाइटी के सक्रिय सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय कई आयोजनों में जिले का प्रतिनिधित्व किया, जिनमें प्रमुख हैं:

  • राष्ट्रीय एकीकरण शिविर (अगरतला, 2021)

  • राष्ट्रीय युवा महोत्सव (नाशिक, 2024)

  • राज्य स्तरीय युवा महोत्सव (2023)

इसके अतिरिक्त, वर्ष 2025 में नमामि गंगे अभियान में विशिष्ट योगदान के लिए जल शक्ति मंत्रालय की ओर से गणतंत्र दिवस पर विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किए गए और केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल द्वारा सम्मानित भी किए गए।

साहित्यिक योगदान और प्रेरणा

हिंदी साहित्य से अमन का जुड़ाव बचपन से ही रहा है। उनकी कविताएँ और लेख अमर उजाला, साहित्यपीडिया और प्रतिलिपि जैसे प्रतिष्ठित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी लेखनी पर आधारित एक संस्मरण ‘बनारसीपन’ शीघ्र ही प्रकाशित होने वाला है।

अमन का मानना है कि साहिबगंज जिले की धरती साहित्यिक दृष्टि से उर्वर रही है, और आज की युवा पीढ़ी में अध्ययन और सृजनात्मकता की अलख जगाना अत्यंत आवश्यक है। वे स्वयं नियमित रूप से श्रेष्ठ साहित्य का अध्ययन करते हैं और लगातार अपने लेखन को परिष्कृत कर रहे हैं।

प्रेरणा स्रोत

अपनी सफलता का श्रेय अमन ने अपने अभिभावकों, शिक्षकों, मित्रों और शुभचिंतकों को दिया है। उनकी यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत स्तर पर गौरव की बात है, बल्कि साहिबगंज जिले के विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणादायी मिसाल भी है।


रिपोर्ट: संजय कुमार धीरज | साहिबगंज न्यूज डेस्क

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