CLOSE ADS
CLOSE ADS

क्या ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीजी का दौरा मिटा पाएगा ऑस्ट्रेलिया और भारत की झिझक ?


छह साल पहले ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल भारत दौरे पर गए थे और नाराज होकर लौटे थे क्योंकि भारत मुक्त व्यापार समझौते के लिए राजी नहीं हो रहा था। 

क्या ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीजी का दौरा मिटा पाएगा ऑस्ट्रेलिया और भारत की झिझक ?

तब से गंगा में बहुत पानी बह चुका है। इस वक्त भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंध ऐतिहासिक रूप से सबसे अच्छे दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे वक्त में ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीजी भारत में हैं और इस दौरे से दोनों देशों को संबंधों की नई ऊंचाइयां छूने की उम्मीद होना लाजमी है।

एंथनी अल्बानीजी एक लंबा-चौड़ा प्रतिनिधि मंडल लेकर नई दिल्ली पहुंचे हैं। इस प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व व्यापार और पर्यटन मंत्री डॉन फैरल को सौंपा गया है, जो एक तरह से प्रतीक है कि इन दोनों ही क्षेत्रों में ऑस्ट्रेलिया को भारत से बड़ी उम्मीदें हैं। साथ ही, संसाधन मंत्री मैडलिन किंग की मौजूदगी बताती है कि अपने विशाल कुदरती संसाधनों के लिए नए बाजार खोजने में भारत की भूमिका को ऑस्ट्रेलिया किस तरह देख रहा है।

यह दौरा तब हो रहा है जबकि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐतिहासिक इकनॉमिक कोऑपरेशन ऐंड ट्रेड एग्रीमेंट (एक्टा) हो चुका है। पिछले साल मार्च में इस समझौते पर दस्तखत हुए थे और दिसंबर में यह लागू हो गया था। बीते दस साल में भारत का किसी विकसित अर्थव्यवस्था के साथ यह पहला व्यापार समझौता है, जिससे पांच साल में भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापार 27.5 अरब डॉलर यानी लगभग 20 खरब रुपये के मौजूदा स्तर से बढ़कर 45-50 अरब डॉलर होने की उम्मीद है।

इस समझौते के तहत ऑस्ट्रेलिया से भारत को निर्यात होने वाले 85 फीसदी उत्पाद पूरी तरह कर मुक्त हो गए हैं। अगले छह साल में इनकी संख्या 90 फीसदी हो जानी है। बदले में ऑस्ट्रेलिया ने 90 फीसदी भारतीय उत्पादों को करमुक्त कर दिया है, जो आने वाले चार साल में सौ फीसदी हो जाएगा।

दौरे से क्या हैं उम्मीदें

इस यात्रा का ऑस्ट्रेलिया के लिए कितना आर्थिक महत्व है, इसका अंदाजा प्रधानमंत्री के साथ आए प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों से भी हो सकता है। इस प्रतिनिधि मंडल में ऑस्ट्रेलियन स्टॉक एक्सचेंज (एएसएक्स) के प्रतिनिधि शामिल हैं, जो मैक्वायरी ग्रुप, फोर्टेस्क्यू, कांतस एयरलाइंस, वेसफार्मर्स, कॉमनवेल्थ बैंक, एएनजेड बैंक और ओरिका जैसी सबसे विशाल कंपनियों समेत देश के 82 फीसदी शेयर मार्किट का प्रतिनिधित्व करता है। 

इसके अलावा सेंटर फॉर ऑस्ट्रेलिया इंडिया रिलेशंस, बिजनस काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रेलियन चैंबर ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्रीज, मिनरल काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया, एक्सपोर्ट फाइनेंस ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियन ट्रेड ऐंड इन्वेस्टमेंट कमीशन के प्रतिनिधि भी भारत पहुंचे हैं।

ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े विश्वविद्यालय भी भारत में बेहद दिलचस्पी ले रहे हैं। इस दौरे पर मेलबर्न यूनिवर्सिटी, डीकिन यूनिवर्सिटी, विक्टोरियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटीज ऑस्ट्रेलिया जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधि भी भारत में हैं।

Connect with Sahibganj News on Telegram and get direct news on your mobile, by clicking on Telegram.

0 Response to "क्या ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीजी का दौरा मिटा पाएगा ऑस्ट्रेलिया और भारत की झिझक ?"

Post a Comment

साहिबगंज न्यूज़ की खबरें पढ़ने के लिए धन्यवाद, कृप्या निचे अनुभव साझा करें.

Iklan Atas Artikel

Iklan Tengah Artikel 2

Iklan Bawah Artikel