245,000 खर्च कर मुम्बई से साहिबगंज के लिए ट्रक भर कर निकला 70 मजदूरों की सवारी...



साहिबगंज के 8 मजदुर समेत झारखण्ड और बिहार के लिए 70 मजदुर मुम्बई के वाशिंद से ट्रक में भर कर आज शाम  5 बजे चल पड़ी है, जानकारी के मुताबिक मजदूरों को घर जाने के लिए ट्रेन मुहय्या कराने में विफल रही सरकार.



मजदूरों के मिताबिक 10 दिन पहले सरकार ने ऐलान क्या कि आपको सरकार ट्रेन से घर ले जाएगी जिसके लिए आपको अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में 1 फॉर्म भर कर देना है. मजदूरों ने फॉर्म भरा और पुलिस स्टेशन में जमा भी किया तब पुलिस ने कहा 2 दिन के अंदर इन्फॉर्म क्या जायेगा.

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2 दिन बीतने के बाद जब कोई खबर नहीं आई तो तीसरे दिन मजदूरों ने पुलिस स्टेशन जाकर पता करने की कोशिश की तो बताया गया 3 दिन और लगेंगे. फिर 3 दिन बित जाने के बाद मजदुर फिर से गये तो वहां का मंजर देख कर दंग रह गये, फॉर्म जो मजदूरों ने जाने के लिए भरा था उसे बोरियों में भरा जा रहा था.

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 जब मामला पूछा गया तो थानेदार ने बताया मुस्किल है ट्रेन का इन्तेजाम होना आप स्वयं वाहन बुक करवा लें हम परमिट देंगे जानेका. मजदूरों ने ऐसा ही क्या और मोती रकम देकर ट्रक बुक करली जिसके लिए 1 प्रत्येक व्यक्ति से 3500 लिया गया, यानी सभी 70 को मिला कर 3500x70=245000 (दो लाख पैतालिश हज़ार रूपये) देने पड़े. तक जाकर वहां से ट्रक 70 लोगों को लेकर रवाना हुई है.


  
अब सोचने वाली बात ये है के 1 ट्रक में 70 आदमी कैसे जायेंगे, तो आप निचे तस्वीरों में देखिये मजदूरों का क्या हाल है, लोगों को बैठने की जगह तो दूर आप यु समझ लीजिये जैसे कोई जानवर को भर कर 1 जगह से दुसरे जगह ले जाया जा रहा है.



मजदूरों के मुताबिक सिर्फ आज 7 ट्रक लोगों को भर कर UP, बिहार, झारखण्ड के लिए रवाना हुई है, जिसमे 1 ये भी है जो साहिबगंज, भागलपुर, पीरपैंती और जोगबनी के कुल 70 को लेकर मुम्बई से रवाना हुई है. कई लोग भूक और पैसा नहीं होने के कारण पैदल ही अपने घर को निकल दिए जो बिहार, झारखण्ड और उत्तर प्रदेश के है.

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परेशानी यहीं ख़तम नहीं होती ट्रक ड्राईवर इतनी मोती रकम लेने के बाद भी मजदूरों को साहिबगंज तक नहीं छोड़ेगी, ट्रक सलीमपुर जो पटना बिहार के करीब है वहीँ तक छोड़ेगी, वहां से सायद सरकार बस उपलब्ध करा दे ठीक है, नहीं तो वहां से लगभग 250km का शफर फिर पैदल करना पड़ सकता है.

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अब आप जरा सोचिये इस तरफ लोग कितने देर तक रह सकते है ट्रक में, 2 घंटे में हालत पस्त हो जाती है 1 सामान बैठने में और यहाँ तो 3 दिन का सफ़र है, मुम्बई से झारखण्ड लगभग 2100+km दुरी है. इस ट्रक में साहिबगंज के कुल 8 मजदुर है जो मुम्बई रोजगार करने गये थे.

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