चक्रवाती तूफान अम्फान का आतंक...


चक्रवाती तूफान अम्फान का आतंक


पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclone Amphan) से भारी तबाही हुई है।  दोनों ही राज्यों में सैकड़ों पेड़ उखड़ गए और कई दीवारें गिरी हैं। तूफान के कहर से बंगाल में 72 लोगों की मौत हो चुकी है।  चक्रवात अम्फान के पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट से टकराने के बाद तटीय क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है।  मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल तट पर अम्फान के पहुंचने के दौरान चक्रवात के केंद्र में हवा की गति 160-170 किमी प्रति घंटे थी। इस तूफ़ान का झारखण्ड के भी कई जिलों में प्रभाव दिखा है।


अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को पश्चिम बंगाल तट की ओर बढ़ रहे चक्रवात के दौरान तेज हवाओं के साथ-साथ भारी बारिश हुई।  इससे बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ गए वहीं कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ।  कई कच्चे मकान भी ढह गए। चक्रवाती तूफान अम्फान ने बंगाल के दीघा, ओडिशा के भद्रक और बालासोर में तबाही के निशान छोड़े हैं।  चक्रवात की वजह से बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ने के साथ मकानों को काफी नुकसान हुआ है।  भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद बाबुल सुप्रियो के घर के पास की दीवार भी गिर गई है।

ओडिशा के निचले तटीय इलाकों और कच्चे मकानों में रह रहे 1.41 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।  इन लोगों को 2,921 आश्रय स्थलों में रखा गया है जहां उन्हें भोजन और अन्य सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं। चक्रवात के ओडिशा तट से गुजरने के बाद पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाडा, जाजपुर, गंजाम, भद्रक और बालासोर जिलों में विभिन्न स्थानों में मंगलवार से भारी बारिश हुई है. कुछ इलाकों में अभी भी बारिश हो रही है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि साहिबगंज, गोड्डा, सिंहभूम आदि सहित झारखंड के कुछ जिले को मौसम विभाग द्वारा अलर्ट पर रखा गया है।

Also read :Sahibganj News खबर का दिखा असर, 24 घंटे के अंदर माहोल का...

चक्रवात के दौरान 12 तटीय जिलों में एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ की 36 टीमों को तैनात किया गया. इसके अलावा, अग्निशमन सेवा की 250 से अधिक टीमों और ओडिशा वन विकास निगम की 100 इकाइयों को भी तैनात किया गया। क्षतिग्रस्त इलाकों में उखड़े हुए पेड़ों से बाधित सड़कों को युद्धस्तर पर साफ किया जा रहा है. वहीं अगर बिजली की आपूर्ति बाधित होती है तो उसे जल्द से जल्द बहाल की जाएगी। कोलकाता में उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना तथा पूर्वी मिदनापुर में खपरैल से बने मकानों के ऊपरी हिस्से तेज हवाओं में उड़ गए। बिजली के खंभे टूट गए या उखड गए।  भारी बारिश के कारण कोलकाता के निचले इलाकों में सड़कों और घरों में पानी जमा हो गया।  चक्रवात के कारण ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, गंजम, भद्रक और बालासोर जिलों के कई इलाकों में तेज बारिश हुई।

साहिबगंज न्यूज़ की ख़बरें पढ़ने के लिए निचे Follow बटन दबा कर Follow जरुर करें और हमारे साथ सीधा जुड जाए, साथ ही फेसबुक, इन्स्टाग्राम, ट्विटर पर भी follow करें. साहिबगंज की खरबर सबसे पहले पढ़ने के लिए follow जरुर करें.

BY: NIKHIL.

Iklan Atas Artikel

Iklan Tengah Artikel 2

Iklan Bawah Artikel