साहिबगंज वनवासी कल्याण आश्रम परिषद द्वारा चलाया गया धन संग्रह अभियान, जनजातीय समाज को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य
साहिबगंज : भारत में जनजातियों का शौर्य, पराक्रम, धर्म, संस्कृति, परंपरा और गौरवशाली पहचान सुरक्षित रहे, वे स्वाभिमान पूर्वक गौरव के साथ अपना आदर्श जीवन जी सकें,
इस मूल भाव को मूर्त रूप देने के लिए पूज्य बालासाहेब देशपांडे द्वारा अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम की स्थापना 26 दिसंबर 1952 को की गई थी। जनजातियों का राष्ट्र के प्रति सर्वाधिक योगदान सभी आयामों में रहा है, जिसे राष्ट्र और हम भुला नहीं सकते।
बनवासी कल्याण परिषद के सदस्य जनजातीय समाज में स्वास्थ्य, शिक्षा, चिकित्सा, खेलकूद, कृषि, स्वयं सहायता समूह, पर्यावरण को लेकर सालों भर कार्य करते हैं। इसी कार्य के निमित्त 15 जनवरी से धन संग्रह अभियान साहिबगंज जिले में चलाया जा रहा है और यह धन संग्रह अभियान आगामी 15 फरवरी तक चलाया जाएगा।
इस क्रम में आज जन सम्पर्क एवं धन संग्रह आभियान चलाया गाय। जहां साहिबगंज महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या डॉक्टर मृदुला सिन्हा ने धन संग्रह में अपना योगदान दिया और प्रमुख भागीदारी निभाई।
इस अभियान में मुख्य रूप से वनवासी कल्याण परिषद के विनोद कुमार विजय, टूडू रघुनाथ, रघुनाथ प्रसाद शर्मा, सुधीर कुमार श्रीवास्तव, अध्यक्ष सह प्रांत कार्यकारणी सदस्य डॉक्टर रणजीत कुमार सिंह ने प्रमुख भूमिका निभाई। मौके पर डॉक्टर सिंह ने कहा की जनजातीय समाज को विभिन्न तरह के प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाना ही वनवासी कल्याण आश्रम परिषद का लक्ष्य है।
उन्होंने बताया कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के जनजाति समाज को निःशुल्क चिकित्सा एवं सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, इसके लिए बनवासी कल्याण आश्रम परिषद द्वारा अनवरत कार्य किया जा रहा है।
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