होमियोपैथ के संस्थापक हैनिमैन की 269वीं जयंती मनाई गई, सस्ता, सुलभ, कारगर एवम् साइड इफ़ेक्ट रहित पद्धति है होमियोपैथी :- डॉ. सूर्या
साहिबगंज : जिरवाबाड़ी स्थित “पोद्दार होम्यो क्लीनिक“ में होमियोपैथ के संस्थापक डॉ. सैमुअल हैनिमैन की 269वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ज्ञात रहे कि हर साल 10 अप्रैल को जर्मन फिजिशियन डॉक्टर सैमुअल हैनिमैन की याद में विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है।
जर्मन चिकित्सक डॉ. सैमुअल हैनीमैन (1755-1843) ने व्यापक रूप से 19वीं शताब्दी में होम्योपैथी को पहली बार प्रमुखता दिलाई। हैनीमैन उन चिकित्सा तरीकों और दवाओं के खिलाफ थे, जो शरीर पर साइड इफेक्ट डाल रहे थे। उनके इसी सोच ने चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ ऐसा खोजा,
जिससे उन्हें होम्योपैथी के संस्थापक के रूप में पहचान मिली। इस साल 2024 के लिए होम्योपैथीक का थीम है- “होम्योपरिवार: एक स्वास्थ्य, एक परिवार” (Homeoparivar: One Health, One Family)। कार्यक्रम के दौरान शहर के मशहूर होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ. सुर्यानंद प्रसाद ने कहा कि होमियोपैथी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जिसमें साइड इफेक्ट की संभावना कम और रोग के ठीक होने की संभावना अधिक होती है।
होमियोपैथिक दवाएं 'लाइक क्योर लाइक' के सिद्धांत पर आधारित है। इसका अर्थ है कि जिस पदार्थ को कम मात्रा में लिया जाता है, वही लक्षण बड़ी मात्रा में लेने पर ठीक हो जाते हैं। वहीं, वरिष्ठ होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ. के.पी.पांडेय ने कहा कि होम्योपैथी कोई दवा नहीं है, बल्कि यह एक सिद्धांत है।
एलोपैथी और आयुर्वेद सहित बाकी अन्य विधाओं से इसकी तुलना नहीं की जा सकती, क्योंकि किसी भी रोग का इलाज उस बीमारी की दशा और दिशा पर निर्भर करता है। समाज में यह भ्रम बना हुआ है कि होमियोपैथ से देर में मरीज ठीक होता है, जबकि ऐसा नहीं है।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम डॉ. सैमुअल हैनिमैन की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर होमियोपैथ के वरिष्ट चिकित्सक डॉ.के.पी.पांडेय, डॉ. सचिदानंद गुप्ता, डॉ. अशोक कुमार ठाकुर, डॉ.एस.के.सिंह, डॉ. विजय गुप्ता, डॉ. असीत कुमार सिंह, डॉ. परशुराम गुप्ता, डॉ. सुर्यानंद प्रसाद , डॉ. उमा कुमारी, डॉ. अरुण प्रकाश, हर्ष कुमार, सत्यम कुमार, सूरज सोरेन एवं अन्य आतिथि गण मौजूद रहे।
साहिबगंज से संजय कुमार धीरज
0 Response to "होमियोपैथ के संस्थापक हैनिमैन की 269वीं जयंती मनाई गई, सस्ता, सुलभ, कारगर एवम् साइड इफ़ेक्ट रहित पद्धति है होमियोपैथी :- डॉ. सूर्या"
Post a Comment