साहिबगंज में पाए गए डायनासोर....


साहिबगंज में पाए गए डायनासोर के निशान

साहिबगंज पीजी कॉलेज के प्रमुख भूवैज्ञानिक सहायक प्रोफेसर रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को तालझारी इलाके के दुधकोल पहाड़ में जीनोम पिलोफिलम की 5 सेमी फूलदार पत्तियों के 20 सेंटीमीटर की एक जोड़ी मिली है।


साहिबगंज: भूवैज्ञानिकों ने झारखंड के साहिबगंज जिले में लगभग 150-200 मिलियन वर्ष पुराने जीवाश्म के पत्ते पाए हैं।साहिबगंज पीजी कॉलेज के प्रमुख भूवैज्ञानिक सहायक प्रोफेसर रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को तालझारी इलाके के दुधकोल पहाड़ में जीनोम पिलोफिलम की 5 सेमी फूलदार पत्तियों के 20 सेंटीमीटर की एक जोड़ी मिली है।

खुदाई केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की एक परियोजना के तहत राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के सहयोग से की जा रही है।

श्री सिंह ने रविवार को पीटीआई से कहा, "इस तरह के पत्तों को शाकाहारी डायनासोरों द्वारा खाया जाता था। ऊपरी जुरासिक से लेकर क्रेटेशियस अवधि तक के छोटे जीवाश्म पहले पाए गए थे। हम आगे के उत्खनन के दौरान भी जीवाश्म डायनासोर के अंडे पा सकते हैं।"

उन्होंने कहा, "मैं और मेरी टीम पिछले 12 वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं, लेकिन इससे पहले हमें इस तरह के प्रमुख जीवाश्म नहीं मिले।"

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