न्यूज चैनल ने लकवाग्रस्त झारखंडी को परिवार से मिलाया


Sahibganj News: रांची के चान्हो के रहने वाले मदन लोहरा 22 साल पहले अपना घर-परिवार छोड़ काम करने मुम्बई चले गए थे। वे वहां एक होटल में नौकरी कर रहे थे। लॉक डाउन में काम बंद हुआ तो उनकी सेहत खराब हुई। होटल मालिक ने इलाज भी कराया। 

न्यूज चैनल ने लकवाग्रस्त झारखंडी को परिवार से मिलाया

फिर मदन लकवाग्रस्त हो गए तो मालिक ने भी साथ छोड़ दिया। मदन मुम्बई की सड़क पर रहने को मजबूर हो गए। एक दिन मदन पर मुम्बई के ही रहने वाले आशीष ऊके नाम के व्यक्ति की नजर पड़ी। आशीष ने जब मदन से बात की तो उसने अपनी सारी बात बताई और घर जाने की इच्छा जताई। 

आशीष ऊके झारखंड में किसी का संपर्क नंबर ढूंढने लगे। इसी दौरान उन्हें गूगल पर एक न्यूज चैनल का संपर्क नंबर मिला। आशीष ने न्यूज चैनल के रिपोर्ट से संपर्क किया और मदन की पीड़ा बताई। आशीष ने बताया कि मदन अपना घर चान्हो बता रहा है। 


अगर आप उस गांव में इसका घर पता कर देते तो मैं मदन को लेकर आ जाता। न्यूज चैनल की टीम अपनी स्थानीय साथी की मदद से मदन के घर तक पहुंची तो पता चला पिछले 22 साल से उसके घर वाले मदन को तलाश रहे थे। देश के लगभग हर बड़े शहर में उसे ढूंढा गया था लेकिन वह नहीं मिला। व्हाट्सएप पर अपने भाई की तस्वीर देखकर मदन का भाई और पूरा परिवार रोने लगा। 

आपको जानकर खुशी होगी कि आर्मी की नौकरी छोड़ने वाले आशीष ऊके ने उसके बाद अपने खर्च पर गाड़ी भाड़ा करके मदन को रांची लेकर आये। ये बात जब मंत्री मिथलेश कुमार ठाकुर को पता चला तो उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को सम्मानित करना चाहिए। फिर रात 11 बजे मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने आशीष ऊके को सम्मानित किया। 


मदन को लाने में जो भी खर्च हुए थे उसे दिया और कहा कि झारखंड आशीष का हमेशा ऋणी रहेगा। मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बीमार मदन को तत्काल 11 हज़ार रुपये की मदद राशि दी और कहा कि वे अपनी देख-रेख में मदन का इलाज भी कराएंगे। उधर 22 साल बाद अपने भाई को देखकर पूरे परिवार की आंखों में आंसू थे।

साहिबगंज न्यूज़ के साथ WhatsApp, Telegram पर जुड़े और पाए डायरेक्ट खबर अपने मोबाइल पर, whatsapp पर क्लिक करके जुड़ें

WhatsApp
Telegram

(Note:- जो लोग साहिबगंज न्यूज़ के ग्रुप 1, 2 और 3 से जुड़ें है वो लोग इस ग्रुप में ज्वाइन नहीं होंगे, चूँकि सभी ग्रुप में एक साथ एक ही न्यूज़ प्रसारित होगा)

0 Response to "न्यूज चैनल ने लकवाग्रस्त झारखंडी को परिवार से मिलाया"

Post a Comment

साहिबगंज न्यूज़ की खबरें पढ़ने के लिए धन्यवाद, कृप्या निचे अनुभव साझा करें.

Iklan Atas Artikel

Iklan Tengah Artikel 2

Iklan Bawah Artikel