साहिबगंज: प्राकृतिक संसाधन, भू वैज्ञानिक एवं अध्यात्मिक ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण - डॉ अर्णव विश्वास
Sahibganj News : डॉ अर्णव विश्वास (Dr. Arnav Biswas) नेत्र चिकित्सक कोलकाता पत्नी सेजुती विश्वास पुत्र रुद्र निजी वाहन से तीन दिन तक राजमहल हिल्स के विभिन्न प्रकृति धरोहर व विश्व भूवैज्ञानिक धरोहर मंडरो फॉसिल्स पार्क कटघर मोतीझरना सिंघीदालन जामी मस्जिद आदि साथ में भूवैज्ञानिक सह पर्यावरण विद डॉ रणजीत कुमार सिंह ने विस्तार से राजमहल साहिबगंज के बारे में जानकारी दी.
झारखंड के राजमहल पहाड़ियों से मिलने वाले विश्व का अति दुर्लभ प्रजाति का जीवाश्म मिलते हैं. विश्व के देशों ने राष्ट्रीय स्तर राजमहल में मिलने वाले फॉसिल्स ऐतिहासिक धरोहर व पुरातत्व अवशेषों का भरमार है पर्यटन स्थलों का विकास पहाड़ का संरक्षण संवर्धन शोध का केंद्र बना कर आर्थिक विकास का मार्ग प्रसस्त किया जा सकता.
झारखंड के राजमहल पहाड़ी जो अंतरराष्ट्रीय फॉसिल्स की दुनिया में यह क्षेत्र वैज्ञानिक गतिविधियां प्रकृति प्रयोगशाला के कारण एक स्टडी सेंटर एक शोध प्रयोगशाला होना चाहिए. साहिबगंज राजमहल, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से एवं आर्थिक शैक्षणिक शोध के क्षेत्र में अति पिछड़ा क्षेत्र बना हुआ है.
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राजमहल पहाड़ी राजमहल जिले के लिए म्यूजियम शोध केंद्र बनाएं साथ पर्यटन विभाग का केंद्र बनाए, ताकि यहां के युवाओं को यहां के छात्रों को यहां के आम नागरिकों के यहां के वैज्ञानिकों के लिए यहां के शोधकर्ताओं के लिए एक मिसाल कायम हो और शैक्षणिक के साथ-साथ शोध के क्षेत्र में एक अलग पहचान मिले.
वही डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा की जिला प्रशासन व सरकार को चाहिए कि साहेबगज जिले के विभिन्न स्थलों का नाम बोर्ड एरो दूरी होडिंग एवं जानकारी सभी स्थलों का नाम लिखा रहना चाहिए ताकि आम लोग एवं बाहर से आने वाले सैलानियों के लिए पर्यटकों व वैज्ञानिकों के लिए सुविधाजनक हो सुगम बनाने व जागरूक हो पर्यटन के लिए जा सके.
राजमहल क्षेत्र को विकसित करने के लिए राजमहल पहाड़ी में मिलने वाले फॉसिल्स पर शोध करने के लिए साहेबगंज में एक केंद्र बनाए जाने की बात कही गई.
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