एक महीने के अंदर पारा शिक्षकों का समाधान नहीं हुआ तो होगा आंदोलन
Sahibganj News : पारा शिक्षक संघ की जिला इकाई की बैठक बुधवार को रेलवे जनरल इंस्टिट्यूट में संपन्न हुई । बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अशोक साह ने की। बैठक में विगत 16 दिसंबर 2018 को पूर्व कल्याण मंत्री लूईस मरांडी (दुमका) के आवास पर आंदोलन सह धरना कार्यक्रम में नोनीहाट (दुमका )के पारा शिक्षक कंचन दास की मृत्यु दिवस पर पारा शिक्षकों ने उनके वीर शहादत को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
बैठक में पांच मिनट का मौन धारण कर, मृत आत्मा की शांति के लिए परम पिता ईश्वर से प्रार्थना की गई। उपस्थित पारा शिक्षकों ने एक स्वर में कहा कि महागठबंधन की सरकार बनाने में झारखण्ड के पारा शिक्षकों ने अभूतपूर्व योगदान दिया है,
महागठबंधन के सभी विधायक, मंत्री और खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार बनने के बाद पारा शिक्षकों को नियमितीकरण कर वेतनमान देने का वादा किया था। लेकिन एक साल बीतने के बाद भी महागठबंधन के विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री पारा शिक्षकों के लंबित मांगों के प्रति संवेदनशील नहीं है, जिससे पारा शिक्षकों में क्रोध व्याप्त है।
उपस्थित पारा शिक्षकों ने कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री द्वारा सभी विभागों में कार्यरत अनुबंध कर्मियों को नियमित करने के लिये प्रस्ताव माँगा गया है, लेकिन इसमें पारा शिक्षकों को बाहर रखा गया है, जो काफ़ी खेदजनक मामला है। सभी पारा शिक्षकों ने एकमत होकर कहा कि अगर आगामी एक महीने के भीतर पारा शिक्षकों का समाधान नहीं हुआ तो झारखण्ड के पारा शिक्षक किसी बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
मौके पर जिला अध्यक्ष अशोक साह, जिला सचिव बिकास कुमार चौधरी, राजमहल प्रखंड उपाध्यक्ष मोतीलाल सरकार, साहिबगंज प्रखंड अध्यक्ष चन्दन सिंह, प्रखंड सचिव मोहसिन अजमल, मुजीबुर रहमान, बोरियो प्रखंड अध्यक्ष धर्मराज मण्डल, जितेन्द्र साह, तालझारी प्रखंड उपाध्यक्ष सोनू ओझा, सुनील चौधरी, समशूल अंसारी, कुंजबिहारी साह, मोहम्मद आजाद, अब्दुल तवाब, मोहम्मद नैमूल हक़ समेत सैकड़ों पारा शिक्षक मौजूद थे।
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