झारखंड सरकार पर जमकर बरसे विधायक अनंत ओझा
Sahibganj News : जिले के राजमहल विधायक अनंत ओझा ने झारखंड सरकार के एक साल पूरा होने पर सरकार की नाकामियों को गिन - गिन कर गिनाया।
अनंत ओझा ने कहा कि कोविड-19 काल में जहां पूरे देश में आपराधिक घटना न के बराबर हो गई थी।वहीं, झारखंड प्रदेश में आपराधिक घटना कई गुना बढ़ी है।उन्होंने कहा कि लोग नक्सलवाद, उग्रवाद से भयभीत है। हेमंत सरकार ने चुनाव पूर्व जो वादे किए थे, उनमें से एक भी धरातल पर पूर्ण नही हो पाई है।
हेमंत सरकार के एक साल के शासन को विफल बताते हुए श्री ओझा ने कहा कि झारखण्ड में जनता त्रस्त और सरकार मस्त है। लोगों को बिजली,पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नसीब नहीं हो पा रही हैं।
झामुमो व कांग्रेस ने चुनाव में जनता से जो वादे किये थे उन्हें पूरा करने में वो विफल रही है।राज्य का हर वर्ग आज कुव्यवस्था झेल रहा है।
अनंत ओझा ने बताया कि हेमंत सोरेन ने अपने चुनावी वादों में कहा था कि वे एक वर्ष में पाँच लाख नौजवानों को रोजगार देंगे,लेकिन रोजगार देने की बात तो दूर रही, युवाओं के रोज़गार छिने जा रहे हैं।
पाँच हज़ार व सात हज़ार बेरोजगार भत्ता देंने की बात यूपीए गठबंधन की सरकार ने कहकर जनादेश लिया था, मगर रोजगार देना तो दूर की बात, जो रोजगार है उसे भी छीनने का काम किया जा रहा है।
वहीं सरकार ने चुनाव से पूर्व किसानों का दो लाख कर्ज माफी का वादा किया था व किसानों को मुफ्त बिजली देने का वादा किया था एक साल हो गए किसानों को न मुफ्त बिजली मिली ना ही कर्ज माफ हुआ।
अपने पूर्व वर्ती भाजपा सरकार की उपलब्धि बताते हुए वर्तमान भाजपा विधायक ने कहा की झारखंड में रघुवर दास (भाजपा) सरकार द्वारा किसानों को खाते में प्रति एकड़ पांच हजार से लेकर पचीस हजार तक जो राशि कृषि आशीर्वाद योजना के तहत दी जा रही थी उसे भी बंद कर दिया गया।
अनंत ओझा ने राज्य की विधि व्यवस्था, खनिज संपदा में हो रही चोरी, लूट और सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार को लेकर भी सवाल उठाये।उन्होंने राज्य की विधि व्यवस्था पर चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था चौपट ही चुकी है।
लूट, हत्या, चोरी, अपहरण, डकैती और बलात्कार जैसी घटनाओं में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है। संथाल परगना भी अब इससे अछूता नहीं रह गया है। बालू एवं पत्थर का खुलेआम ट्रकों द्वारा चोरी जारी हैं।अवैध बालू और पत्थर के हजारों ट्रक प्रदेश के बाहर जा रहे हैं।
कोरोना काल के दीदी किचन में बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने का आरोप वर्तमान सरकार पर लगाया है, जिसकी पुष्टि झारखंड सरकार के मंत्री जगरनाथ महतो ने खुद की है।
राज्य में पंचायत चुनाव नहीं कराए जाने को लेकर विधायक ने कहा कि पंचायत एंव नगर निकाय चुनाव नही कराकर झारखंड सरकार राजतंत्र के पोषक के रूप में कार्य कर रही है।
सरकार की मंशा हैं कि निचले स्तर की लोकतांत्रिक व्यवस्था को समाप्त कर उनके अधिकारों को अधिकारियों के माध्यम से कार्य कराना चाहती हैं। हेमंत सोरेन सरकार के गठन के बाद से राज्य में हर क्षेत्र में विकास कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़ चुका है।
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों को ही यदि यह सरकार जारी रखती तो राज्य की स्थिति इतनी बदतर नही होती।
सड़क,बिजली,स्वास्थ्य सहित अन्य क्षेत्र में विकास की गति पूरी तरह थम गई है।राज्य की बागडोर संभालते ही खजाना खाली होने का झूठा राग अलापने वाली राज्य सरकार अपने जिम्मदारियों से भाग रही है।
आगे उन्होंने कहा कि एक वर्ष में दुष्कर्म की 1500 से अधिक घटना राज्य सरकार की महिला सुरक्षा की घोषणा को छलावा साबित करती है।
अनंत ओझा ने बताया की कोविड संकट के समय भी कोरोना टेस्टिंग के मामले में भी राज्य में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी देखी गई थी,जहाँ एक ओर टेस्टिंग के नाम पर निजी स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा झारखंडियों को लूटा जा रहा था,वहीं दूसरी ओर सरकारी जाँच की रिपोर्ट दस से पंद्रह दिनों के बाद लोगों को दे रही थी।
अकेले साहेबगंज जिले में हजारों सैम्पल का रिपोर्ट आज तक नहीं आया है। अनंत ओझा ने सरकार के एक साल होने पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूपीए सरकार ने चुनाव के समय वादा किया था की सभी गरीब परिवारों को 72 हजार रु. की राशि सुनिश्चित कराएंगे, लेकिन आज तक एक भी गरीब को कुछ भी नहीं मिला है।गरीब परिवारों को 3 लाख रु. का 3 कमरों का सुसज्जित आवास,
100 युनिट बिजली मुफ्त देने का, वृद्ध, विकलांग और विधवा को 2500 रु महिने पेंशन देने का वादा, प्रत्येक प्रखंड में सुपर स्पेसिलीटी अस्पताल का वादा, प्रत्येक परिवार को 35 किलो चावल प्रति महिने देने का वादा, नई उद्योग नीति, जिससे झारखंडियों को रोजगार देने का वादा, ऐसे अनेक प्रकार की घोषणा कांग्रेस पार्टी व जेएमएम ने किया था, वो आज तक पूरा नही हो पाया है।
एक साल होने पर अपने नाकामियों को छुपाने के लिए बड़े- बड़े विज्ञापन और जनता के पैसे से बड़ी - बड़ी रैली कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता से किए गए वादों को पूरा करने का सरकार अगर प्रयास करती तो लोगों का विश्वास शासन के प्रति मज़बूत होता।यही कारण है कि राज्य की जनता अबतक किए गए कार्यों के कारण, मजबूर सरकार के रूप में देख रही है।
0 Response to "झारखंड सरकार पर जमकर बरसे विधायक अनंत ओझा"
Post a Comment