एक साधारण परिवार में जन्में सिराज कैसे बने दुनिया के नंबर एक गेंदबाज, पिता चलाते थे ऑटो, दूसरे के घरों में मां करती थी काम
क्रिकेट
भारत में लाखों लोगों की तरह सिराज ने भी क्रिकेटर बनने का सपना देखा था। मोहम्मद सिराज ने न केवल अपना यह सपना पूरा किया, बल्कि आज वह अपनी मेहनत और लगन से दुनिया के नंबर 1 गेंदबाज बन गए हैं।
मोहम्मद सिराज का जन्म 13 मार्च 1994 को हैदराबाद के एक बहुत ही साधारण परिवार में हुआ था। उनके पिता मोहम्मद गौस एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर थे, जबकि माँ शबाना बेग़म आर्थिक तंगी के चलते उस वक़्त दूसरों के घरों में काम किया करती थीं।
आपको जानकार हैरानी होगी कि सिराज कभी भी, किसी भी क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग के लिए नहीं गए, उन्हें किसी कोच से ट्रेनिंग भी नहीं मिल पाई, क्योंकि उनके आर्थिक हालात ही ऐसे नहीं थे। लेकिन उन्होंने मेहनत जारी रखी और खुद से ही प्रैक्टिस करते रहे। 2015 में सिराज ने अपने एक दोस्त की मदद से हैदराबाद का चारमीनार क्लब जॉइन किया, जिसमें अच्छे प्रदर्शन की वजह से उनका नाम स्टेट लेवल के खिलाड़ियों में शामिल हो गया।
आखिरकार उनकी यह मेहनत 15 नवंबर 2015 के दिन रंग लाई। जब उन्होंने हैदराबाद के लिए अपने करियर का पहला रणजी मैच खेला। 2016-17 के रणजी ट्रॉफी मुकाबले में उन्होंने हैदराबाद को क्वार्टर फाइनल में पहुंचाने में बड़ा योगदान दिया और 9 मैचों में 41 विकेट चटकाए।
यहाँ से उनको पहचान मिली, जिसके बाद आईपीएल और फिर 2017 में भारत के लिए T20 में डेब्यू किया। उनका क्रिकेट का यह सफ़र काफ़ी शानदार रहा है। हम आशा करते हैं कि वह भविष्य में भी इसी तरह बेहतरीन क्रिकेट खेलते रहें।
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