बंगलादेश के हिन्दूओं को सुरक्षा प्रदान करते हुए भारत में शरण दे सरकार


बंगलादेश के हिन्दूओं को सुरक्षा प्रदान करते हुए भारत में शरण दे सरकार : हिंदू धर्म रक्षा मंच, मंदिरों में फेंके जा रहे बम और तोड़े जा रहे मंदिर: बजरंगी महतो


बंगलादेश के हिन्दूओं को सुरक्षा प्रदान करते हुए भारत में शरण दे सरकार : हिंदू धर्म रक्षा मंच, मंदिरों में फेंके जा रहे बम और तोड़े जा रहे मंदिर: बजरंगी महतो

साहिबगंज: बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक उठापटक और हिंदू समाज पर हिंसा को लेकर हिन्दू धर्म रक्षा मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष संत कुमार घोष ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह को भारतीय डाक के माध्यम से एक पत्र लिखा है,

तथा सोशल मीडिया प्लेटफार्म ई–मेल के जरिए भी ध्यान आकृष्ट कराया है। पत्र के माध्यम से उन्होंने मांग किया है कि बंगलादेश में जिस प्रकार से कट्टरपंथी संगठनों द्वारा हिन्दू समाज पर अत्याचार हो रहे हैं, इससे झारखंड के हिन्दू समाज में चिंता व्याप्त है।

घोष ने पत्र में आगे लिखा है कि बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए उन्हें भारत में शरण दें। घोष ने कहा  कि समाचार पत्र और सोशल मीडिया पर मंदिरों और हिन्दुओं पर हो रहे हमलों की खबरें देखकर मन दुखी हो रहा है।

संत ने वहां के हिन्दू समाज पर हो रहे अत्याचार की तीव्र भर्त्सना करते हुए कहा कि जल्द से जल्द हिन्दुओं को वहां से हटा कर भारत लाया जाए। इस हिंसा से हिन्दुओं के मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं।

इस अमानवीय कृत्य के कारण पूरे भारत में भी रोष व्याप्त है। इसीलिए उन्होंने पीएम मोदी से बांग्लादेश के हिन्दुओं को विस्थापित कर भारत लाने की मांग किया हैं‌। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा का विरोध, अत्याचार एवम मंदिरों पर हो रहे हमले को लेकर मंच के प्रदेश महासचिव बजरंगी महतो ने भी गंभीर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म स्थलों पर बम फेंके जा रहे हैं, मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, ऐसे में मानवता के नाते हिन्दुओं को भारत में शरण देना चाहिए।

By: Sanjay Kumar Dhiraj

0 Response to "बंगलादेश के हिन्दूओं को सुरक्षा प्रदान करते हुए भारत में शरण दे सरकार"

Post a Comment

साहिबगंज न्यूज़ की खबरें पढ़ने के लिए धन्यवाद, कृप्या निचे अनुभव साझा करें.

Iklan Atas Artikel

Iklan Tengah Artikel 2

Iklan Bawah Artikel