साहिबगंज में अपराधियों के हौंसले बुलंद, पुलिस बल के जवान को सुला दिया मौत की नींद
साहिबगंज : इन दिनों साहिबगंज जिला में अपराधियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं। तालझारी और राधानगर थाना में घटित गोलीकांड का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि पुलिस बल के एक जवान के शव ने क्षेत्र वासियों को दहला दिया। दिन–प्रतिदिन हो रही हत्याओं से पुलिस की छवि भी दागदार हुई है।
मामला जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र के पुलिस कॉलोनी के महिला बैरक के पास की है, जहां अपराधियों ने पुलिस बल के जवान सुरजीत यादव की निर्ममता से लाठी–डंडा–रॉड से पीट–पीट कर मौत की नींद सुला दिया। दरअसल, पुलिस लाइन स्थित महिला बैरक के पास रविवार को एक सिपाही का शव संदिग्ध हालत में मिला था।
शव की पहचान पुलिसकर्मी सुरजीत यादव के रूप में हुई। वह पुलिस लाइन में पदस्थापित थे। दो दिन पहले ही उनका तबादला मुफस्सिल थाना से पुलिस लाइन किया गया था। इधर घटना की सूचना मिलते ही आरक्षी अधीक्षक की अनुपस्थिति में मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार कुशवाहा, सर्किल इंस्पेक्टर राजीव रंजन,
राजमहल सब डिविजनल पुलिस पदाधिकारी विमलेश कुमार त्रिपाठी, नगर थाना प्रभारी सह निरीक्षक अमित कुमार गुप्ता, मुफस्सिल थाना प्रभारी मदन कुमार सहित सहित अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी घटना स्थल पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा।
डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने की पुष्टि नहीं की है। पुलिस वारदात से जुड़ी एक–एक कड़ी को जोड़कर मामले की छानबीन में जुटी है। आशंका जताई जा रही है कि शनिवार की देर रात अपराधियों ने जवान को मौत के घाट उतारा होगा।
सुरजीत यादव मूल रूप से पाकुड़ जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र के ग्वालपाड़ा गांव के निवासी थे। 2011 में उनकी बहाली झारखंड पुलिस में हुई थी। 2015 में उनकी शादी शोभनपुर भट्ठा के सुरेन्द्र यादव की बड़ी पुत्री से हुई थी। मृतक के क्रमशः सात साल व दो साल की पुत्रियां हैं। वे टाइगर मोबाइल और सिविल जज के अंगरक्षक भी रह चुके थे।
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