हिन्दू धर्म रक्षा मंच का धार्मिक - सांस्कृतिक योगदान


तीनपहाड़ के लालवन में हिन्दू धर्म रक्षा मंच का धार्मिक-सांस्कृतिक योगदान, श्रीराम कथा में लिया भाग, किया हनुमान चालीसा पुस्तिका का वितरण

तीनपहाड़ के लालवन में हिन्दू धर्म रक्षा मंच का धार्मिक-सांस्कृतिक योगदान, श्रीराम कथा में लिया भाग, किया हनुमान चालीसा पुस्तिका का वितरण

प्रदेश अध्यक्ष संत कुमार घोष ने कहा – "रामकथा जैसे आयोजन से समाज में फैलती है आध्यात्मिक चेतना और आपसी सद्भाव"

साहिबगंज | विशेष संवाददाता: संजय कुमार धीरज
साहिबगंज जिले के तीनपहाड़ क्षेत्र के लालवन गांव में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा में रविवार की देर शाम हिन्दू धर्म रक्षा मंच के कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर मंच के सदस्यों ने श्रद्धालुओं के बीच हनुमान चालीसा की पुस्तिकाएं वितरित कर एक महत्वपूर्ण धार्मिक एवं सांस्कृतिक पहल की।

इस आयोजन के माध्यम से न केवल क्षेत्रवासियों को आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त हुआ, बल्कि यह धार्मिक एकता, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक भी बन गया।


रामकथा में भक्ति, मर्यादा और प्रेरणा का समावेश

लालवन में चल रहे श्रीराम कथा महोत्सव में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु कथा श्रवण हेतु एकत्र हो रहे हैं, जहां भगवान श्रीराम के जीवन, आदर्शों, त्याग और मर्यादा की कथा सुनाई जा रही है। कथा वाचकों के सशक्त और प्रेरणादायक व्याख्यानों के माध्यम से रामायण के प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जिससे नवपीढ़ी को भारतीय संस्कृति और धर्म की गहराई से जुड़ने का अवसर मिल रहा है।


हनुमान चालीसा पुस्तिका वितरण: भक्ति से जागरूकता की दिशा में सार्थक प्रयास

हिन्दू धर्म रक्षा मंच द्वारा रामकथा स्थल पर हनुमान चालीसा की पुस्तिकाएं वितरित की गईं, ताकि श्रद्धालु घर लौटकर भी नियमित पाठ कर सकें और आत्मिक शांति तथा सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त कर सकें।

मंच के प्रदेश अध्यक्ष श्री संत कुमार घोष ने इस पहल पर प्रकाश डालते हुए कहा:

“ऐसे आयोजनों से न केवल धार्मिक भावनाओं को पोषण मिलता है, बल्कि इससे आपसी सद्भाव, एकता और सांस्कृतिक मूल्यों को भी नई दिशा मिलती है। हनुमान चालीसा के माध्यम से हम लोगों को भक्ति, संयम और सेवा भावना की ओर प्रेरित करना चाहते हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की पहल आज के समय में अत्यंत आवश्यक है, जब समाज धार्मिक पहचान और आध्यात्मिक मार्गदर्शन की तलाश में है।


सामाजिक समरसता को बल देता है ऐसा आयोजन

रामकथा जैसे आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं होते, बल्कि ये समाज में भाईचारा, नैतिकता और जिम्मेदारी की भावना को प्रबल करने का कार्य करते हैं। हिन्दू धर्म रक्षा मंच का यह प्रयास जन-जन तक धर्म, भक्ति और संस्कृति के मूल संदेश को पहुंचाने की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।


स्थानीय लोगों में दिखा उल्लास और भागीदारी

कथा स्थल पर स्थानीय ग्रामीणों की भारी भीड़ देखी गई। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों ने बड़ी श्रद्धा के साथ आयोजन में भाग लिया। हनुमान चालीसा पुस्तिका को प्राप्त कर कई श्रद्धालुओं ने कहा कि यह उन्हें अपने धार्मिक जीवन को नियमित रूप से संवारने की दिशा में प्रेरित करेगा।

                                                                  Sanjay

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