साहिबगंज से फरक्का के बीच गंगा नदी में छोड़ा गया तीन लाख मत्स्य बीज
साहिबगंज से फरक्का के बीच गंगा नदी में छोड़ा गया तीन लाख मत्स्य बीज
Sahibganj News: साहिबगंज के गंगा नदी में जलीय जीवों का संरक्षण, और संतुलन करने की कवायद सरकार ने शुरू कर दी है। इसी क्रम में नमामि गंगे परियोजना के तहत, साहिबगंज से फरक्का गंगा नदी के बीच में करीब 3 लाख मत्स्य बीज छोड़ा गया।
आईसीएआर सिपरी, बैरकपुर (पश्चिम बंगाल) के निदेशक ,डॉ बीके दास की अगुवाई में संस्थान के चालीस सदस्यीय टीम द्वारा, साहिबगंज स्थित बिजली घाट, महाराजपुर गंगा घाट,राजमहल घाट तथा फरक्का स्थित गंगा में एक-एक लाख मत्स्य बीज छोड़ा गया।
मौके पर निदेशक डॉक्टर दास ने कहा कि, वैज्ञानिक हिमांशु शेखर स्वाइन, तथा मितेश रामटेक की अगुवाई में गंगा नदी में जलीय जीवो का संरक्षण, और संतुलन कार्यक्रम पिछले कुछ समय से चलाया जा रहा है।
वहीं मौके पर मौजूद झासको फिश निदेशक ,सह मछुआ सोसाइटी साहिबगंज के चेयरमैन अरुण कुमार चौधरी ने कहा कि, जलीय जीवो का संरक्षण, और उसका संतुलन पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहद जरूरी है।
ज्ञात हो कि लगातार हो रहे फिशिंग से, गंगा में मछलियों की संख्या में हो रही कमी को दूर करने के लिए ,नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा नदी में मत्स्य बीज छोड़ने का काम शुरू किया जा रहा है।
Also read: Sahibganj से Passenger Train चालू
Also read: चोरी की बाइक पकड़ा गया
Also read: साहिबगंज से आज 41 नए कोरोना
Also read: पाकुड़ में बनेगा मेडिकल कॉलेज
यह कार्यक्रम पिछले कुछ समय से चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से गंगा नदी में उत्पन्न होने वाले जलीय जीवो का, असंतुलन की स्थिति को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए जलीय जीवों का संतुलन बरकरार रखने के उद्देश्य से आईसीएआर, सिपरी बैरकपुर की ओर से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम को लेकर, वहां के निदेशक समेत अन्य कर्मियों को धन्यवाद देते हुए अध्यक्ष ने कहा कि, कार्यक्रम के माध्यम से गंगा में मछलियों की विभिन्न प्रजातियों को पुनर्स्थापित किया जाएगा।
मौके पर तकनीकी पदाधिकारी आशीष राय चौधरी के अलावे, मछुआ सोसाइटी के दिलीप कुमार चौधरी, राजन चौधरी, गोपाल चौधरी, घूरफेकन चौधरी आदि मौजूद थे।
0 Response to "साहिबगंज से फरक्का के बीच गंगा नदी में छोड़ा गया तीन लाख मत्स्य बीज"
Post a Comment