प्रकृति कभी भी अपना दोहन करने वालों को माफ नहीं करती : राज्य के कई जिलों में सुखाड़ की स्थिति
प्रकृति कभी भी अपना दोहन करने वालों को माफ नही करती और इस वर्ष ऐसा ही कुछ हो रहा है झारखंड में, वर्षा न होने की वजह से लोग हैरान हैं और किसान परेशान। जहां तक सरकार या विभाग की बात है तो वो भी चिंतित हैं और विकल्प तलाश रही हैं। क्योंकि झारखंड का लगभग हर जिला सूखाग्रस्त हो गया है। इसीलिए प्रत्येक जिले को सूखाग्रस्त घोषित किए जाने की मांग अब चौतरफा उठने लगी है। इसका कारण मानसून के समय बारिश का सही समय पर न होना है। बता दें कि कई जगहों पर बारिश तो हुई है, मगर काफी कम मात्रा में और कई जिलों के आसमान में बस बादल दिख रहें हैं, मगर बरस नही रहे हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने 21 जुलाई को एक उच्चस्तरीय बैठक करने की बात कही है, जिसमें वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारियों को लेकर चर्चा की जाएगी। हालंकि मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो तीन दिनों के बाद बारिश होने के आसार हैं। जबकि किसानों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में बारिश नही होती है तो उनके सामने विकट समस्या खड़ी हो जाएगी।
बता दें की राज्य के कई जिलों से मांग होने लगी है कि उनके जिले को सुखाड़ क्षेत्र घोषित किया जाए, जबकि अभी भी सबों को इस बात की उम्मीद है की अगले दो - चार दिनों में झमाझम बारिश होगी।
0 Response to " प्रकृति कभी भी अपना दोहन करने वालों को माफ नहीं करती : राज्य के कई जिलों में सुखाड़ की स्थिति"
Post a Comment