पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट कैरियर के 5 संयोग


क्रिकेट

भारतीय क्रिकेट टीम की आन-बान-शान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर और मुल्तान का सुल्तान कहे जाने वाले वीरेंद्र सहवाग की जोड़ी को लगभग वर्ल्ड क्रिकेट के सभी क्रिकेट प्रेमी जानते हैं। 

पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट कैरियर के 5 संयोग

ये दोनों खिलाड़ी जब एक साथ क्रिकेट ग्राउंड पर मैच खेलने उतर जाते थे, तो विपक्षी टीम के गेंदबाज डरे और सहमे हुए नजर आते थे। सचिन तेंदुलकर को उनके फैंस से भगवान की भी उपाधि मिल गई है, और उन्हें भारत रत्न से भी नवाजा गया है। मौजूदा समय में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग आईपीएल में अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीम के खिलाड़ियों को क्रिकेट के गुण सिखाते रहते हैं। सहवाग ज्यादातर मौकों पर क्रिकेट में कमेंट्री करते दिखते हैं।

आज इस लेख के माध्यम से हम आपको मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के क्रिकेट कैरियर से जुड़े कुछ ऐसे संयोग के बारे में बताएंगे।

क्रिकेट में दोहरा शतक की पारी खेलना

सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 6 बार दोहरी शतकीय पारियां खेली है। वीरेंद्र सहवाग ने भी अपने क्रिकेट कैरियर में 6 बार दोहरा शतकीय पारी खेली है। यह एक मात्र संयोग ही है। इन दोनों महान क्रिकेट खिलाड़ियों के कैरियर की यह बहुत बड़ी समानता है। हालांकि वीरेंद्र सहवाग के नाम टेस्ट क्रिकेट में दो तिहरा शतक की पारी भी मौजूद है।

एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाना

सचिन तेंदुलकर ने अंतर्राष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में सबसे पहली बार साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका की टीम के खिलाफ दोहरा शतक बनाया था। सचिन वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। ठीक एक साल बाद दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इंदौर में वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ 219 रनों की पारी खेली थी। जब वीरेंद्र सहवाग इस मुकाबले में दोहरा शतक बना रहे थे, तो उनके साथ उस समय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर मौजूद थे।

श्रीलंका के कोलंबो में पहला वनडे शतक लगाना

वीरेंद्र सहवाग अपने क्रिकेट करियर में साल 2001 में न्यूजीलैंड की टीम के खिलाफ 70 गेंदों में शतकीय पारी खेली थी। वहीं सचिन तेंदुलकर ने साल 1994 में कोलंबो के मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ सिंगर कप में अपना पहला वनडे एकदिवसीय क्रिकेट का शतक लगाया था। इसमें सबसे मजेदार बात यह रही कि इन दोनों खिलाड़ियों ने अपने पहले एकदिवसीय मुकाबले में शतक लगाने के साथ अपनी टीम को जीत दिलाया था।

आईपीएल के पहले मुकाबले में एक समान रन बनाना

साल 2008 में शुरू हुए आईपीएल के पहले संस्करण में सचिन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस की टीम की तरफ से खेल रहे थे। जबकि वीरेंद्र सहवाग अपनी होम टीम, दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम से खेल रहे थे। इन दोनों खिलाड़ियों ने अपने पहले मुकाबले में मात्र 12 रन बनाए थे। यह भी एक मात्र संयोग ही है।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहला टेस्ट शतक लगाना

सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट क्रिकेट कैरियर का पहला शतक साल 1990 में इंग्लैंड की टीम के खिलाफ लगाया था। उस समय सचिन सलामी बल्लेबाजी के साथ-साथ मिडिल ऑर्डर में भी धमाकेदार अंदाज से बल्लेबाजी कर रहे थे। वीरेंद्र सहवाग ने भी अपने टेस्ट क्रिकेट कैरियर का शतक दक्षिण अफ्रीका टीम के खिलाफ मात्र 60 गेंदों में पूरा किया था। इसमें सबसे मजेदार बात यह रही कि इन दोनों मुकाबले को भारतीय टीम जीत गई थी।

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