हेमंत सोरेन ने क्यों छोड़ी कुर्सी?
हेमंत सोरेन से बुधवार को ईडी अधिकारियों ने पूछताछ की। ये पूछताछ जमीन की कथित हेराफेरी के एक पुराने मामले में की जा रही है। इसके लिए ईडी अधिकारियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भेजकर उनसे समय की मांग की थी।
हेमंत सोरेन ने इन अधिकारियों को 31 जनवरी की दोपहर एक बजे अपने आवास पर बुलाया था। ईडी ने इसी मामले में पिछले 20 जनवरी को भी उनसे पूछताछ की थी। तब यह कहा गया था कि पूछताछ पूरी नहीं हो सकी है।
इससे पहले ईडी के अधिकारी 29 जनवरी की सुबह मुख्यमंत्री के दिल्ली स्थित आवास पर भी गए थे, लेकिन उनकी मुख्यमंत्री से मुलाक़ात नहीं हो सकी थी।
तब हेमंत सोरेन के कथित तौर पर लापता होने की भी खबरें चलीं। हालांकि, इसके अगले ही दिन हेमंत सोरेन रांची में नजर आए। सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लिया और विधायकों की बैठक में भी शामिल हुए।
ईडी ने कथित खनन घोटाले में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया था, जबकि हेमंत सोरेन इन मामलों में प्राथमिक अभियुक्त नहीं हैं। उनकी पार्टी ईडी पर केंद्र सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगाती रही है।
अब कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी से खुलकर क़ानूनी लड़ाई लड़ना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने का निर्णय लिया है।
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