दहेज के दानव लील रहे बेटियों की जिंदगी, दर्द की दास्तां सुन पसीज जाएगा आपका दिल


साहिबगंज : शादी की रस्मों के साथ ही एक बेटी के मन में हजारों सपने पनपने लगते हैं। ऐसे में नए घर-परिवार को लेकर एक ओर जहां डर होता हैं, वहीं सुखमय जीवन की आस भी होती है। लेकिन जब विदाई के बाद ससुराल की दहलीज में कदम रखती हैं और वहां दहेज लोभी दानवों से पाला पड़ता है तो सारे सपने काफूर हो जाते हैं।

दहेज के दानव लील रहे बेटियों की जिंदगी,दर्द की दास्तां सुन पसीज जाएगा आपका दिल

हर तरफ दहेज को लेकर प्रताडऩा के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे मामलों में महिलाओं को जिंदगी तक गंवानी पड़ रही है। हालांकि ससुराल का हर सदस्य इसमें शामिल नहीं होता, लेकिन उनकी खामोशी भी घातक हो जाती है।

ऐसा ही एक मामला बिहार की सोनम भारती, पिता जमुना प्रसाद चौधरी, हॉस्पिटल रोड तारापुर, जिला मुंगेर का है, जिनकी शादी दिनांक 7 दिसंबर 2021 को झारखंड के साहिबगंज जिला के चौधरी कॉलोनी स्थित गायत्री मंदिर के पास दंत चिकित्सक आलोक कुमार, पिता वीरेंद्र कुमार चौधरी से हुई थी।

आशिक मिजाज दंत चिकित्सक आलोक कुमार शादी के पूर्व से ही सिलीगुड़ी में रहकर खुद की क्लिनिक चलाते थे और दूसरी लड़कियों के साथ अपनी रातें रंगीन करते थे। उसकी अय्याशी की जानकारी रहते हुए भी चैती दुर्गा स्थित स्माइल डेंटल क्लिनिक के संचालक भाई सह दंत चिकित्सक दीपक कुमार और उसकी दहेज लोभी मां वीणा देवी ने डॉ.आलोक कुमार की शादी करा दी।

विवाह के अवसर पर अपने हैसियत से कहीं ज्यादा उपहार, दैनिक उपयोग के घरेलू सामान के साथ स्त्री धन के रूप में पर्याप्त आभूषण और अन्य कीमती उपहार देकर पिता ने अपने कलेजे के टुकड़े को विदा किया था। उपहार में मिले कीमती सामान और आभूषणों को दीपक के घर वालों ने सोनम से ले लिया। शादी के छह माह बाद ही दीपक का असली चेहरा सामने आ गया।  

सोनम को पति के नाताजयज रिश्तों और आशिकमिजाजी का पता चला, तो सोनम ने अपने स्तर से अपने पति को लाख समझाने की कोशिश की, परंतु शराब और शबाब के शौकीन पति देर रात घर आता और बेहरमी से सोनम के साथ गाली – गलौज करते हुए मार-पीट करने लगा और जान से मारने की लगातार कोशिश करता रहा।

साथ ही घर से निकालने का प्रयास भी करने लगा। इस विषय में जब लड़की ने अपने सास और पति के बड़े भाई यानी डॉ. दीपक को बताया तो वे लोग लड़की को अपने मम्मी - पापा के पास जाने को कह दिया। जब सोनम ने अपने मायके जाने से इनकार किया तो सभी ने आत्महत्या के लिए उकसाया और इस मामले में कुछ मदद नहीं करने का हवाला दिया।

लोक–लाज और अपने माता-पिता की अस्वस्थता के कारण सोनम ने किसी बात की जानकारी उन्हें नहीं दी और अपने पति के द्वारा हो रहे अत्याचारों को चुपचाप सहती रही, यह सोच कि एक दिन सब ठीक हो जाएगा। सोनम के चुप्पी साध लेने से उसके पति और भी ज्यादा क्रूर हो गए, वो सोनम के साथ ज्यादा अभद्रता से पेश आने लगा और तलाक का दवाब बनाने लगा।

सोनम जब अपनी सास और पति के बड़े भाई डॉक्टर दीपक कुमार को समझौते के लिए फोन करती थी तो कोई उसका फोन नहीं उठाता था। जब कभी उसकी सास फोन उठा लेती तो कहती की फोन मत किया करो। वहीं, सोनम ने बताया कि बीते छह माह से आलोक अपने डेरा पर नहीं आ रहे है और दूसरी लड़कियों के संपर्क में रहते हैं। बीते 13/05/24 को आलोक अपने क्लीनिक पर सोनम को बुलाकर समझौता के लिए रेस्टोरेंट चलने की बात कही।

सोनम आलोक की चिकनी–चुपड़ी बातों में आकर बाइक पर बैठ गई।आलोक रेस्टोरेंट की जगह सुनसान सड़क से जंगल की ओर ले जाने लगा तो सोनम जोर–जोर से चिलाने लगी, जब सामने सुनसान जंगल दिखने लगा तो सोनम बाइक से कूद गई, तो उसके पति ने बेरहमी से मारा और जान मारने की नीयत से गला दबाने लगा।

मौके पर वहां से गुजर रही कुछ महिलाओं ने सोनम की जान बचाई और आलोक वहां से फरार हो गया। स्थानीय महिलाओं के सहयोग से सोनम ने अपने परिवार वालों और स्थानीय थाना को सूचित किया। सोनम के बयान पर भक्तिनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

बात की पुष्टि करते हुए भक्तिनगर थाना प्रभारी महेश्वर चंद्र पॉल ने बताया कि सोनम के बयान पर पति आलोक कुमार के खिलाफ केस संख्या 413/24 और भारतीय दण्ड विधान की धारा 498ए/325/506 दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियुक्त फरार है, उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही अभियुक्त न्यायिक हिरासत में होगा। वहीं, सोनम के परिजनों ने जिला प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गुहार लगाई है। इस घटना से सोनम सदमे में है।

By: संजय कुमार धीरज

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