पूजा–पाठ, भजन–कीर्तन, कथा–सत्संग, पूजन–हवन LIC की तरह है


पूजा–पाठ, भजन–कीर्तन, कथा–सत्संग, पूजन–हवन LIC की तरह है, जीवन के साथ भी – जीवन के बाद भी: कथा वाचिका किशोरी साक्षी

पूजा–पाठ, भजन–कीर्तन, कथा–सत्संग, पूजन–हवन LIC की तरह है, जीवन के साथ भी – जीवन के बाद भी: कथा वाचिका किशोरी साक्षी

साहिबगंज : शहर के नॉर्थ कॉलोनी रेलवे जनरल इंस्टीट्यूट टाकीज फील्ड के समीप, मां तारा मंदिर में नौ दिवसीय श्रीमद देवी भागवत कथा के छठे दिन प्रसिद्ध कथा वाचिका किशोरी साक्षी दीदी ने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में अच्छे कार्य करते रहना चाहिए।

उन्होंने भक्तजनों को संबोधित करते हुए कहा कि पूजा–पाठ, भजन–कीर्तन, कथा–सत्संग और पूजन–हवन एलआईसी की तरह होता है, जो जीवन के साथ भी है और जीवन के बाद भी है। क्योंकि अच्छे कर्म सदा आपके साथ–साथ रहेंगे, अच्छे कर्म ही आपके साथ जाएगा।

खाली हाथ आए हो और कर्मो को साथ लेकर जाना है। इसलिए बेहतर कर्म करिए। अपने कमाए धन को पूजन–पाठ और अच्छे कार्यों में लगाते रहिए। उन्होंने कहा कि जीवन को सात्विकता की ओर लेकर जाइए। व्यक्ति मालामाल तब होता है, जब व्यक्ति के पास भगवान की माला हो। हर परिस्थिति में अपने मुख से माता अम्बे जगदम्बे, मां भगवती और ईश्वर का नाम लेते रहिए। हर सांस पर माता भगवती का नाम जपते रहिए।

By: Sanjay Kumar Dhiraj

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