भाई – बहन के त्यौहार में स्वाद का बाजार मिठास घोलने को तैयार, मीठा के लिए मशहूर साहिबगंज


साहिबगंज : "मीठा" के लिए मशहूर साहिबगंज में इस रक्षाबंधन पर काजू की बर्फी और काजू कतली सबसे नई मिठाई है। भाई-बहन के त्यौहार में स्वाद का बाजार मिठास घोलने के लिए तैयार है। रक्षाबंधन पर शहर में करीब पच्चास टन मिठाई की बिक्री का अनुमान है।

भाई – बहन के त्यौहार में स्वाद का बाजार मिठास घोलने को तैयार, मीठा के लिए मशहूर साहिबगंज

इस लिहाज से कारोबार का कुल आंकड़ा 25 करोड़ के पार जाता दिख रहा है। यहां के बाजार में कम से कम सौ तरह की मिठाई बिक रही है। इनमें मावे, बेसन की परंपरागत मिठाइयां शामिल हैं। राखी पर खासतौर पर बिकने वाली घेवर और फैनी जो दूध और मैदे से बनती है।

साथ ही दूध - मलाई से बनी बंगाली मिठाइयों के साथ सूखे मेवों और मिल्क पावडर, चाकलेट पावडर और फ्रूट पल्प से बनने वाली कई तरह की मिठाइयां भी शामिल हैं। सभी मिठाइयां नए स्वाद चाहने वालों को पसंद आ रही है और हाथो-हाथ बिक रही है। हालांकि, बेसन और मावा महंगा हुआ है, पर मिठाई के दाम नहीं बढ़े हैं।

बीते साल के मुकाबले बेसन, दूध, मावे से लेकर सूखे मेवे तक के दाम बढ़ गए हैं। लेकिन मिठाइयों के दाम नहीं बढ़ाए गए। खास मिठाइयों के निर्माता प्रेम लाल मंडल के अनुसार, इस वर्ष राखी पर मिठाईयों की अच्छी बिक्री होती दिख रही है। बीते साल इसी समय मावा 340 रुपये प्रति किलो था। बेसन भी बीते साल से 40 प्रतिशत तक महंगा है।

इसके बावजूद शहर में मिठाई के औसत दाम 200 से 460 रुपये किलो के बीच, सूखे मेवे की मिठाइयां 700 से 1,000 रुपये किलो तक बिक रही है। दुकानदार विवेकानंद चौधरी ने बताया कि कच्चा माल महंगा होने के बावजूद दाम नहीं बढ़ाए गए हैं, क्योंकि शहर में परंपरा है कि त्यौहार पर हम दाम नहीं बढाते। राखी के बाद जरुर दाम बढ़ाए जा सकते हैं।

साहिबगंज से संजय कुमार धीरज

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