गरबा-डांडिया हमारी प्राचीन संस्कृति का हिस्सा, इसे मनोरंजन का साधन न बनाएं: बजरंगी महतो


गरबा-डांडिया हमारी प्राचीन संस्कृति का हिसा है-इसे मनोरंजन का साधन न बनाएं: प्रदेश महासचिव बजरंगी महतो, परम्परा व भक्तिभाव से मनाएं नवरात्रि

गरबा-डांडिया हमारी प्राचीन संस्कृति का हिसा है-इसे मनोरंजन का साधन न बनाएं: प्रदेश महासचिव बजरंगी महतो, परम्परा व भक्तिभाव से मनाएं नवरात्रि

साहिबगंज : हिन्दू धर्म रक्षा मंच के प्रदेश महासचिव बजरंगी महतो ने नवरात्रि के उपलक्ष्य पर शहर में आयोजित होने वाले गरबा-डांडिया के आयोजन में फिल्मी और परंपरा के विपरीत गानों और नृत्यों पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग की है।

साथ ही साथ उन्होंने गरबा-डांडिया स्थल पर नशा पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए असमाजिक तत्वों पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करे।

उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जिला प्रशासन से मांग की है कि समस्त आयोजकों को भी पत्रक देकर यह सुनिश्चित करने को कहा जाए कि गरबा-डांडिया के आयोजन में परम्परा और भक्ति-भाव का पूरा ध्यान रखें। गरबा और डांडिया के माध्यम से मां दुर्गा की आराधना की जाती है।

क्योंकि यह हमारी प्राचीन संस्कृति का एक हिस्सा है, इसे मनोरंजन का साधन न बनाया जाए। उन्होंने श्रद्धालुओं से पूजा स्थलों पर अश्लीलता से बचने की अपील करते हुए कहा कि पूजा स्थल में भक्ति-भाव को बढ़ावा देना चाहिए, न कि अश्लिलता और फूहड़पन को।

पूजा स्थल भक्तिभाव के लिए है, जहां लोग अपने ईष्ट देवता की पूजा आराधना करते हैं। पूजा स्थल को अश्लील नाच और भौंडे प्रदर्शन की जगह नहीं बनानी चाहिए, क्योंकि इससे पवित्रता और शांति भंग होती है।


रिपोर्ट: संजय कुमार धीरज | साहिबगंज न्यूज डेस्क

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