बुर्ज खलीफा से हावड़ा ब्रिज तक—टाटा स्टील की ताकत का दम


बुर्ज खलीफा से हावड़ा ब्रिज तक—टाटा स्टील की ताकत का दम

भारत की 118 वर्ष पुरानी और विश्व की अग्रणी स्टील कंपनियों में शामिल टाटा स्टील ने अपने उच्च गुणवत्ता वाले स्टील उत्पादों के दम पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत पहचान बनाई है। कंपनी का हाई-टेंसाइल और हाई-क्वालिटी स्टील दुनिया की कई प्रतिष्ठित इमारतों और इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स का आधार बना है—जिसमें दुबई का बुर्ज खलीफा, कोलकाता का हावड़ा ब्रिज, लंदन आई और 100 बिशप्सगेट टावर जैसे प्रमुख निर्माण शामिल हैं।

दुबई के विश्वप्रसिद्ध बुर्ज खलीफा के निर्माण में टाटा स्टील ने लगभग 39,000 टन स्टील रीबार और 4,000 वर्गमीटर कम्पोजिट फ्लोर डेकिंग की आपूर्ति की थी, जो इस इमारत की संरचनात्मक मजबूती के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रही।
वहीं, कोलकाता के ऐतिहासिक हावड़ा ब्रिज के निर्माण में कुल 26,500 टन स्टील का उपयोग हुआ, जिसमें से 23,000 टन टाटा स्टील का हाई-टेंसाइल एलॉय स्टील था।

लंदन की पहचान माने जाने वाले लंदन आई के स्ट्रक्चर में भी 1,700 टन टाटा स्टील का इस्तेमाल हुआ, जिसने भारत की इंजीनियरिंग क्षमता को विश्व पटल पर स्थापित किया। इसके अतिरिक्त, बोइंग और एयरबस के हर मॉडल में टाटा स्टील का स्पेशल ग्रेड स्टील महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जिससे वैश्विक एयरोस्पेस उद्योग में भी भारत की मौजूदगी को मजबूती मिली है।

भारत, यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया में फैले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और भारत व कनाडा में स्थित कच्चे माल के स्रोतों के कारण टाटा स्टील उत्पादन में आत्मनिर्भर है।
कंपनी अपनी क्वालिटी, इनोवेशन और वैश्विक मानकों के अनुरूप उत्पादों के जरिए भारत का नाम दुनिया भर में गौरवान्वित कर रही है


रिपोर्ट: संजय कुमार धीरज | साहिबगंज न्यूज डेस्क

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