"सावधान शहर में ED ( प्रवर्तन निदेशालय ) वाले घूम रहे हैं"
साहिबगंज :-- जी हां, आजकल शहरवासियों के बीच, यहां तक कि चाय नुक्कड़ की दुकानों पर भी बस यही चर्चा है कि "सावधान शहर में ED वाले घूम रहे हैं" और काले कारोबारियों को नोटिस थमा रहे हैं। दरअसल जिले में अवैध खनन व परिवहन की जांच कर रही ईडी की टीम ने ट्रांसपोर्टर सह पत्थर कारोबारी बच्चू यादव को भी नोटिस थमा दिया है। उन्हें चार अगस्त तक ईडी कार्यालय पहुंचने को कहा गया है। शुक्रवार को ही उनके स्वजनों को नोटिस रिसीव करा दिया गया है। ईडी जब बच्चू यादव के घर पर पहुंची तो वह नहीं मिले। बता दें कि इससे पूर्व व्यवसाई दाहु यादव, उनके बेटे व भाई को भी ईडी ने नोटिस दिया था। इन दोनों के अलावा कुछ अन्य लोगों को भी नोटिस देने की बात सामने आ रही है, जिन्हें चार अगस्त से 12 अगस्त के बीच ईडी के दफ्तर बुलाया गया है।
अगली बार के लिए लिस्ट तैयार, बरहड़वा से बरहेट तक पत्थर खदानों की होगी पड़ताल
उधर अगली बार आने पर ईडी पुन: बरहड़वा में कृष्णा साह, सुब्रतो पाल, भगवान भगत तथा बरहेट में निमाय सील की पत्थर खदानों की जांच - पड़ताल करेगी। शुक्रवार को कम समय रहने की वजह से ईडी ने कृष्णा साह व भगवान भगत की खदान व क्रशर का मात्र जायजा लेकर छोड़ दिया। इसी वजह से जांच - पड़ताल पूरी नहीं हो सकी थी। गौरतलब है कि ईडी ने आठ जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अपने बरहेट विधानसभा के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा समेत एक दर्जन पत्थर कारोबारियों के यहां छापा मारा था। इसके बाद सभी को नोटिस भेजकर पक्ष रखने को कहा था। इसी क्रम में दाहू यादव व बच्चू यादव ने भी ईडी कार्यालय पहुंचकर अपना पक्ष रखा था।
लगातार कई दिनों तक पूछताछ हुई थी
इधर पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद दाहू यादव व बच्चू यादव दोनों ही गायब हो गए थे। ईडी को अब भी उनसे पूछताछ करनी है।
ईडी की बरहड़वा व मिर्जाचौकी पर विशेष नजर है। बरहड़वा के चपांडे मौजा में भी अंधाधुंध खनन के प्रमाण मिले हैं। वहां लीज के कागजात में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है। इसके अलावा कोटालपोखर में भी व्यापक पैमाने पर अवैध खनन की जानकारी ईडी को मिली है। अगली बार आने पर ईडी उसी क्षेत्र पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी। अब तक करीब 30 से अधिक पत्थर खदान ईडी को मिले हैं। इनमें अधिकतर मिर्जाचौकी के हैं।
पहाड़ों की खाक छानने से बीमार हुए अधिकारी
लगातार पांच दिन तक ईडी ने लगातार पहाड़ों की खाक छानी। कई जगहों पर वाहन नहीं पहुंचने के कारण पैदल ही सभी को जाना पड़ा। टीम में शामिल स्थानीय कर्मी भी पस्त हो गए। ऐसे में ईडी अधिकारियों की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। लगातार पहाड़ों की खान छानने से कई अधिकारी अस्वस्थ हो गए, ऐसे में उन्हें दवा खानी पड़ी। ऐसे में ईडी को दोबारा यहां आने में कुछ विलंब भी हो सकता है।
0 Response to " "सावधान शहर में ED ( प्रवर्तन निदेशालय ) वाले घूम रहे हैं""
Post a Comment