क्या है रुबिका हत्याकंड की पूरा कहानी? : आफताब भी पीछे, 35 ही नहीं 40 टुकड़े हुए बरामद, हत्या से लेकर आज तक की रिपोर्ट, सिर्फ SBG न्यूज चैनल पर


साहिबगंज :- 17 दिसंबर दिन शनिवार देर शाम को बोरियो संथाली मुखिया एरिका स्वर्ण मरांडी के पुत्र मनोज दास ने बोरियो पुलिस को सूचना दी की बोरियो संथाली के नवनिर्माण बालबाड़ी केंद्र के पीछे झाड़ी में एक इंसान के शरीर के कई टुकड़े पड़े  हैं। 

क्या है रबिता हत्याकंड की पूरा कहानी? : आफताब भी पीछे, 35 ही नहीं 40 टुकड़े हुए बरामद, हत्या से लेकर आज तक की रिपोर्ट, सिर्फ SBG न्यूज चैनल पर


मौके पर बोरियो थाना प्रभारी जगन्नाथ पान, एएसआई करुण कुमार राय व अन्य पुलिसकर्मियों को लेकर बोरियो संथाली पहुंचे। पुलिस जांच में जुटी और चप्पे- चप्पे पर छानबीन शुरू कर दी। चप्पे- चप्पे की जांच के बाद धीरे- धीरे शव के 2 -3 टुकड़े मिले, फिर पुलिस हरकत में आई और पुरी रात छानबीन की। लागातार कई घंटों की कड़ी छानबीन के बाद कुछ टुकड़े और बरामद हुए, जिससे पूरे गांव में सनसनी और अफरा- तफरी मच गई और ग्रामीण डर गए, फिर देर रात को डॉग स्क्वायड बुलाया गया। 

डॉग स्क्वायड की मदद से पुलिस को गौरीपुर मोमिन टोला के एक पुराने बंद पड़े कमरे में एक बोरे में शरीर के कुछ हिस्से अलग-अलग जगह मिले। वहीं देर रात साहिबंज के आरक्षी अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा पहुंचे। तबतक पुलिस ने अलग-अलग जगहों से कुछ और टुकड़े बरामद किया। देर रात तक 12 टुकड़े बरामद किए गए थे। 

बोरियो थाना में एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा की उपस्थिति में सदर अस्पताल के चिकित्सक प्रभारी ने जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पता चला कि ये शव किसी महिला की है, वहीं देर रात को दिलदार अंसारी को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया। जबकि देर रात एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने बताया कि बोरियो बेलटोला निवासी के दिलदार अंसारी ने इस नृसंस घटना को अंजाम दिया है। 

वहीं अगले दिन यानी रविवार को सुबह संताल परगना के डीआईजी पुरुषोत्तम मंडल भी बोरियो थाना पहुंचे। दिलदार ने डीआईजी के समक्ष स्वीकार किया कि रुबिका पहाड़ीन उसकी दूसरी बीवी थी।

कुछ ही दिनों पहले हुई थी शादी, लापता पहले से थीं

बता दें कि दिलदार पहले से ही शादीशुदा है, फिर भी दिलदार अंसारी ने कुछ दिनों पहले ही रुबिका से लव मैरेज की थी।रुबिका  पिछले 12 दिनों से लापता थी, जिसकी रिपोर्ट थाना में पहले ही दर्ज कराई गई थी। अब ये खुलासा हुआ है की दिलदार की मां मरियम ने ही दिलदार के मामा मैनुल को अपने घर में छिपा कर रखा था। डीआईजी पुरुषोत्तम मंडल ने पहले दिन बरामद शव के 18 टुकड़े को फोरेंसिक जांच के लिए बाहर भेज दिया है। वहीं इस मामले  में आरोपी सहित 10 अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला की दिलदार के मामा के दोस्त मैनुल हक के घर में इस हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था।

गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी

अपराधी दिलदार अंसारी की दुसरी बीवी या यूं कहें कि मृतिका रुबिका की बड़ी बहन शीला पहाड़ीन ने बताया कि "शुक्रवार के दिन हमलोगों को दिलदार अंसारी ने बताया कि तुम्हारी बहन लापता है, कहीं किसी के साथ भाग गई है"। इसके बाद बोरियो थाना में गुमशुदा की शिकायत दर्ज कराई गई थी। शीला पहाड़ीन, उनके पापा, सभी परिजन सहित गांव वालों ने अपराधी को फांसी की सजा देने की मांग की है।

हत्या के मिले सबूत, दी गई थी सुपारी

वहीं डीआईजी, एसपी, डीसी सहित वरीय पदाधिकारी ने घटना स्थल पहुंच कर देखा तो मैनुल के घर पर कुछ कपड़े मिले, जो खून की छींटों से रंगी थी। शराब की कुछ बोतलें भी मिले। वहीं अपराधी के मामा मैनुल अंसारी अभी भी फरार है। दरोगा सुषमा ने बताया कि अपराधी दिलदार की मां मरियम ने हत्या करने के लिए मामा मैनुल के दोस्त मैनुल हक मोमिन को 20 हजार रुपए दिए थे। 

हत्या करने का मुख्य कारण

रुबिका  पहडिन खुले मिजाज की थी और उन्हें घर के अंदर रहना पसंद नहीं था, उसे घूमना- फिरना ज्यादा पसंद था। स्टाइलिश कपड़े पहनना रुबिका को भाता था, लेकिन दिलदार अंसारी के परिवार को ये सब पसंद नहीं था। दिलदार अंसारी के परिवार इसी बात को लेकर नाराज़ थे। इसी वजह से दिलदार अंसारी की मां ने रुबिका को बहला- फुसलाकर उसके मामा के घर बोरियो संथाली के फाजिल टोला ले आई और मैनुल के घर में ही इलेक्ट्रिक मशीन कटर से शव के टुकड़े - टुकड़े कर अलग - अलग जगहों में फेंक दिया।

घटना स्थल में फोर्स तैनात

बोरियो प्रखंड के बाज़ार में चप्पे - चप्पे पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है बाजार छावनी में तब्दील हो गई है। बोरियो के सभी चौक - चौराहे में पुलिस तैनात है। अपराधी दिलदार अंसारी, मामा मैनुल और घटना स्थल पर भी जवानों को तैनात किया गया है। बुधवार को भी बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ था। वहीं डीआईजी, एसपी और उपायुक्त ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी थी की अबतक सभी अपराधी को हिरासत में ले लिया गया है और दिलदार अंसारी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

घटना स्थल में ये रहे मौजूद

मौके पर साहिबगंज उपयुक्त रामनिवास यादव, राजमहल पुलिस निरीक्षक, महगामा पुलिस निरीक्षक, एसडीपीओ राजमहल, एसडीपीओ साहिबगंज, सभी प्रखंड के थाना प्रभारी और इंस्पेक्टर पहुंचे थे।
तेज हुई सियासत, प्रशासन ने निकाला फ्लैग मार्च

बीते कुछ दिनों से यहां की राजनीतिक सियासत तेज हो गई है। इस क्रम में भाजपा नेत्री लुईस मरांडी सबसे पहले मृतिका रुबिका के घर उसके परिजनों से मुलाकात करने बोरियो प्रखंड के गोंडा पहाड़ पहुंची और पूरा मामला जाना और मामले को लेकर काफी चिंतित दिखी, फिर बोरियो प्रखंड के डाकबंगला पहुंची, जहां भाजपा महिला मोर्चा सहित भाजपा जिला अध्यक्ष भी पहुंचे, मीटिंग हुई और उसके बाद बीजेपी ने जनाक्रोश रैली निकाली, जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने नारेबाज़ी करते हुए "रुबिका के हत्यारे को फांसी दो" के नारे लगाए और फिर प्रखंड कार्यालय परिसर में रैली को संबोधित करते हुए भाजपा नेताओं ने सरकार के खिलाफ़ जमकर निशाना साधा। 

क्षेत्र के वर्तमान विधायक लोबिन हेंब्रम के खिलाफ मुर्दाबाद के भी नारे भी लगे। उसी दौरान बीजेपी महिला मोर्चा, बीजेपी के जिलाध्यक्ष सहित सभी नेता - कार्यकर्ता ने बोरियो डाकबंगला से बोरियो बाजार होते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंचे और एसडीओ, बीडीओ को ज्ञापन सौंपा, फिर बीजेपी नेताओ ने ग्वाला मोड़ में सीएम हेमंत सोरेन का पुतला दहन कर नारेबाज़ी की। प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी टुडू दिलीप के द्वारा बोरियो थाना पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। अभी भी चप्पे - चप्पे पर ड्रोन कैमरा द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है।

मंगलवार को किया गया अंतिम संस्कार

 
मंगलवार को मृतिका रुबिका के परिजनों को शव के टुकड़े सौंपे गए, फिर मृतका की पहाड़ी रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में उपायुक्त रामनिवास यादव, एस पी अनुरंजन किस्पोट्टा, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, वरीय अधिकारी, विभिन्न थाना के थाना प्रभारी मौजूद रहे। अब भी परिजनो का रो- रो कर बुरा हाल है।

बीजेपी घटना को राजनीतिक रंग दे रही, मुख्यमंत्री

वहीं देर शाम मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी घटना को राजनीति रंग दे रही है। सीएम ने कहा की घटना दुखद है, लेकिन बीजेपी पार्टी रुबिका मामले में राजनीति कर रही है और घटना को अलग रंग दे रही है। ऐसी घटना बोल कर नहीं आती। ऐसी घटना को रोकने के लिए सरकार सख्त कदम उठाएगी। हालांकि बीजेपी पार्टी और परिजन हत्यारे की फांसी की मांग कर रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक 

डॉग स्क्वायड की टीम अपना काम कर रही है, अपराधी दिलदार के मामा मैनुल के घर भी डॉग स्क्वायड चलाया गया। वहीं मामा फिलहाल फरार चल रहे हैं और प्रशासन को अभी भी मृतका के सर की तलाश है।

ईसाई विधि-विधान के अनुसार किया गया अंतिम संस्कार

बोरियो में रुबिका पहाड़िन का ईसाई रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया, जहां परिजनों ने भावभीनी विदाई दी। अंतिम संस्कार में उपयुक्त रामनिवास यादव, प्रखंड विकास पदाधिकारी, थाना प्रभारी जगन्नाथ पान, वरीय अधिकारी सहित सैकड़ों पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

आज क्या हुआ?

भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश के निर्देशानुसार बीजेपी की एक उच्च स्तरीय 21 सदस्यीय टीम आज साहिबगंज के बोरियो प्रखंड का दौरा किया। इस टीम ने भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उराँव के नेतृत्व में न सिर्फ घटनास्थल की जांच की, बल्कि मोमीन टोला, बेलटोला एवं मृतिका के घर जाकर पीड़ित परिवार एवं स्थानीय ग्रामीणों से मिले।

प्रतिनिधिमंडल में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उराँव, गंगोत्री कुजूर, दिनेश उराँव, लुइस मरांडी, ताला मरांडी, राजमहल विधायक अनंत ओझा, मिस्त्री सोरेन, रामकुमार पाहन, अशोक बड़ाईक, मनोज पहाड़िया, सिमोन माल्टो, सुफल मरांडी, दुर्गा मराण्डी, सूर्या हांसदा, सुरेश मुर्मू, रविन्द्र टुडू, दानियल किस्कू, रेणुका मुर्मू, रमेश हांसदा, रामकुमार मांझी एवं गमालियल हेम्ब्रम शामिल थे।

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