कैसा ये इश्क है? फेसबुक के जरिए हुआ प्यार, बनारस से दोनों हुए फरार, साहिबगंज में गिरफ्तार, अंत में हैप्पी एंडिंग


साहिबगंज : कहते हैं कि प्यार अंधा होता है, यह न जाति देखती है न धर्म। ऐसा ही एक वाकया साहिबगंज व्यवहार न्यायालय में देखने को मिला,

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जहां उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहने वाली सिमरन ने धर्म की दीवार तोड़कर झारखंड के साहिबगंज के रहने वाले विजय से शादी रचा ली। जब लड़की के परिजनों ने सिमरन को जबरदस्ती घर ले जाना चाहा तो उसने कहा की प्यार किया है, कोई गुनाह नहीं किया, अब साथ जिएंगे और साथ ही मरेंगे। सिमरन ने कहा कि हमने विजय से प्यार किया है और शादी की है, अब उसी के साथ जिंदगी गुजारेंगे। इस दौरान लोगों की भीड़ लग गई। बता दें कि बनारस की सिमरन फारुख की इकलौती पुत्री संतान हैं। ये लोग बनारस के नकी घाट, थाना जीतपुरा के निवासी हैं।

विजय के साथ हुई थीं फरार

10 फरवरी को सिमरन कॉलेज जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन बाद में वो विजय के साथ लापता हो गईं। परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन पता नहीं चला, युवती के परिजन कॉलेज भी गए, वहां भी पता नहीं चल सका। इसके बाद परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट जैतपुरा थाना में दर्ज कराई। सिमरन थर्ड पार्ट की छात्रा हैं।

मोबाइल लोकेशन से ट्रेस हुए सिमरन - विजय

एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने तकनीकी आधार और मोबाइल लोकेशन की छानबीन की। पता चला की झारखंड के साहिबगंज मुख्यालय स्थित धोबी झरना के पास हाट परिसर स्थित राम किशन दास के पुत्र विजय कुमार दास के साथ है। बस फिर क्या था, इसकी सूचना जिरवाबाड़ी ओपी थाना को दी गई। यूपी पुलिस की एक टीम सहायक अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार मौर्या के नेतृत्व में साहिबगंज पहुंची। टीम में एक महिला पुलिसकर्मी के साथ सिमरन के परिजन भी शामिल थे।

इस संबंध में ओपी प्रभारी चिरंजीत प्रसाद ने बताया कि शनिवार को बनारस से कोतवाली पुलिस जिरवाबाड़ी ओपी थाना आई थी। दोनों को बनारस पुलिस के सहयोग से बरामद कर लिया गया है। कानूनी प्रक्रिया के तहत पिछले दिनों दोनों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।

न्यायालय में सिमरन ने क्या कहा

हाट परिसर के समीप छापेमारी कर ओपी पुलिस ने जब सिमरन और विजय कुमार दास को हिरासत में लिया, तब बयान दर्ज करने को लेकर दोनों को साहिबगंज न्यायालय में पेश किया गया।न्यायालय में सिमरन ने कहा कि हम बालिग हैं और अपनी मर्जी से साहिबगंज आईं थीं। उसने कहा कि हमने विजय से प्यार किया है और शादी भी कर ली है। अब हम उसी के साथ रहना चाहते हैं। न्यायालय के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने के बाद दोनों प्रेमी युगल को जिरबाबाड़ी ओपी पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया।

फेसबुक पर चैटिंग से शुरु हुआ था प्यार

साहिबगंज हाट परिसर निवासी 25 वर्षीय विजय कुमार दास नामक युवक को फेसबुक के जरिए बनारस की 22 वर्षीय छात्रा से बातचीत शुरु हुई। कुछ दिन में ही दोनों के बीच प्यार हो गया। नजदिकियां ऐसी बढ़ी की युवती विजय के प्यार में अपने घर की दहलीज लांघ गई और बीते दस फरवरी को विजय उसे लेने के लिए वाराणसी आ गया। यहां से दोनों ट्रेन में बैठ कर झारखंड के लिए रवाना हो गए। 

इधर, छात्रा के परिजन उसकी तलाश में जगह - जगह भटक रहे थे। दोनों के अनुसार वे पिछले चार सालों से एक दूसरे के सम्पर्क में थे। वहीं सिमरन के परिजनों का कहना था कि उसकी बेटी अभी नाबालिग है और उसे विजय वहां से बहला - फुसलाकर भगा ले गया है। उनका कहना है कि विजय पहले भी कई बार बनारस जा चुका है और उसकी बेटी से चोरी - छुपे मिलता भी रहता था।

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