हिंदू धर्म रक्षा मंच ने धूमधाम से मनाया जन्माष्टमी का त्यौहार
साहिबगंज : भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा नगरी में हुआ था। कहा जाता है कि कंस नामक अत्याचारी राजा ने अपनी बहन देवकी और उनके पति वासुदेव को कारागार में डाल दिया था, क्योंकि एक भविष्यवाणी के अनुसार देवकी का आठवां पुत्र कंस का वध करने वाला था।
कंस के भय से भगवान कृष्ण का जन्म आधी रात को कारागार में हुआ और वासुदेव ने उन्हें यमुना नदी पारकर गोकुल में नंद बाबा और यशोदा मैया के घर सुरक्षित पहुंचा दिया। जन्माष्टमी का त्यौहार भगवान कृष्ण की लीलाओं और उनके अद्भुत चरित्र का स्मरण करने का अवसर है।
इस दिन मंदिरों और घरों में विशेष पूजा–अर्चना की जाती है, भक्त अपने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का पूजन कर जन्माष्टमी पर्व मनाते हैं। इस पवित्र अवसर पर हिंदू धर्म रक्षा मंच के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष संत कुमार घोष ने जिलेवासियों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई और शुभकामनाएं दी है।
इस अवसर पर उन्होंने सबके सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। उन्होंने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण हमें जीवन जीने का सही राह बताते हैं। उनके उपदेश जीवन की हर परिस्थिति के लिए प्रासंगिक है। वहीं हिंदू धर्म रक्षा मंच के प्रदेश महासचिव बजरंगी महतो ने कहा कि जन्माष्टमी हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है,
जो भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह त्यौहार भारतीय संस्कृति और धर्म में विशेष महत्व रखता है। आगे उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी का त्यौहार मुख्यतः भक्ति, श्रद्धा और आनंद का प्रतीक है, जो भगवान कृष्ण के जीवन और उनके द्वारा दिए गए उपदेशों की महिमा का प्रचार करता है।
साहिबगंज से संजय कुमार धीरज
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