बाढ़ पीड़ितों का दर्द: 1 किलो चूड़ा-गुड़ से कैसे कटेगा हफ्ता?


प्रशासन का दावा– राहत कार्य जारी, पीड़ित बोले– मदद नाकाफी

बाढ़ पीड़ितों का दर्द: 1 किलो चूड़ा-गुड़ से कैसे कटेगा हफ्ता?

साहिबगंज: जिले के सदर, राजमहल और उधवा प्रखंड में आई बाढ़ से 50 हज़ार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन लगातार राहत कार्य का दावा कर रहा है, लेकिन पीड़ित परिवारों का कहना है कि उन्हें पर्याप्त मदद नहीं मिल रही।

राहत वितरण पर सवाल

बीते दिनों गोपालपुर और बांसकोला दियारा क्षेत्र में अपर समाहर्ता गौतम भगत और अंचलाधिकारी बास्की नाथ टुडू के नेतृत्व में बाढ़ पीड़ितों को खाद्यान्न और आवश्यक सामग्री दी गई। हालांकि ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि “सप्ताह में सिर्फ 1 किलो चूड़ा-गुड़ से किसका पेट भरता है?”

पीड़ितों की मुख्य मांगें

लोगों ने प्रशासन से राहत सामग्री की मात्रा बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें तत्काल चाहिए:

  • अधिक खाद्यान्न और सूखा राशन पैकेट

  • पॉलीथिन शीट और शुद्ध पेयजल

  • जीवनरक्षक दवाइयां

  • पशुओं के लिए चारा

प्रशासन की सफाई

इस बीच जिला प्रशासन का कहना है कि प्रभावित इलाकों में लगातार राहत वितरण किया जा रहा है। उपायुक्त हेमंत सती ने बताया कि “राहत और बचाव कार्यों की नियमित समीक्षा हो रही है। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं और किसानों की फसल क्षति का आकलन भी किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि लोगों को सुरक्षित और स्वच्छ जीवनयापन मिल सके।”


रिपोर्ट: संजय कुमार धीरज | साहिबगंज न्यूज डेस्क

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