चाइना की झालरों पर भारी पड़ रही कोलकाता-कानपुर की स्वदेशी झालरें


चाइना की झालरों पर भारी पड़ रही कोलकाता-कानपुर की स्वदेशी झालरें

साहिबगंज : स्वदेशी के इस्तेमाल के शोर के बीच इस बार दीपावली पर देसी झालरें चाइना की झालरों पर भारी पड़ रही हैं। कोलकाता और कानपुर में तैयार इन झालरों का दाम 80 से 100 रुपये तो चाइना की झालरों के दाम 110 से 150 रुपये है।

देसी झालरों का कब्जा 50 फीसदी तक बढ़ गया है। पिछले साल के मुकाबले चाइना के झालरों का दाम 25-30 तक गिरा है। एलसी रोड के दुकानदार रविन्द्र कुमार बताते हैं कि अच्छी चमक और सस्ती कीमत वाली कोलकाता की झालरें इस बार खूब पसंद की जा रही हैं।

कानपुर से आईं झालरें भी लोग खरीद रहे हैं। इनमें सुनहरे रंग की झालर की मांग सबसे ज्यादा है। देसी झालरें 50 से लेकर 80 रुपये तक में मौजूद हैं। पूर्वी फाटक के दुकानदार संजय केशरी बताते हैं कि कोलकाता की 15 मीटर मजबूत झालर 80 रुपए,

तो उससे हल्की झालर 80 रुपये में 30 मीटर, जबकि कानपुर की 10 मीटर की झालर 50 रुपये की बिक रही हैं। चीनी झालरों का पिछले वर्ष दाम 150 से 200 रुपये था। इनके दाम घटने का कारण कारोबारी देसी झालरों की मांग को बता रहे हैं। अब मल्टी पिक्सल झालरों का ट्रेंड नया है।

एक अन्य दुकानदार बताते हैं कि देसी झालरों के बल्ब चीन से ही आते हैं। उनके ऊपर लगने वाला कैप कोलकाता या कानपुर से आता है। अन्य जगहों पर इन झालरों को असेंबल किया जाता है। बल्ब के हिसाब से झालरों की कीमत तय होती है।

मनीष बताते हैं कि आजकल रिमोट से चलने वाली झालरें छाई हैं। अब हर बार स्विच ऑन-ऑफ करने की जरूरत नहीं है। दीपावली की रोशनी को कंट्रोल में रखना भी मजेदार होगा। 250 रुपये की कीमत वाली इन झालरों में 12 रंग हैं, जिन्हें रिमोट से बदल सकते हैं।


रिपोर्ट: संजय कुमार धीरज | साहिबगंज न्यूज डेस्क

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