साहिबगंज के नवोदय विद्यालय में फर्जीवाड़ा नामांकन का खेल : छात्रों के नामांकन पर लगी रोक, प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी
साहिबगंज :-- फर्जी कागजात के सहारे जवाहर नवोदय विद्यालय साहिबगंज में नामांकन की कोशिश का मामला पकड़ में आया है। इस प्रकरण के सामने आने के बाद डीईओ ने आधा दर्जन छात्रों के नामांकन पर रोक लगा दी है। फर्जीवाड़ा करनेवाले लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी भी चल रही है। अब तक की जांच - पड़ताल में इसके पीछे पतना के पूर्व पारा शिक्षक की भूमिका सामने आ रही है। वह नवोदय में नामांकन की गारंटी देता है। इसके एवज में 50 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपया तक प्रति छात्र वसूलता है। वर्षों से वह इस धंधे में शामिल है। अब तक सैकड़ों छात्रों का नामांकन नवोदय में करा चुका है। डीईओ ने पूर्व में नामांकित छात्रों की जांच - पड़ताल का भी निर्देश दिया है।
बता दें कि 16 जुलाई से 18 जुलाई तक पतना के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी द्वारा भेजे गए पांच पत्र साहिबगंज डीईओ को मिले। सभी में अलग - अलग छात्रों के स्थानांतरण प्रमाणपत्र को हस्ताक्षरित करने का अनुरोध किया गया था। सभी छात्र प्राथमिक विद्यालय कोड़ाडीह (पतना) के थे। हालांकि छात्रों का आवासीय पता अलग - अलग था। शंका होने पर डीईओ मिथिलेश झा ने बीईईओ से दूरभाष पर बात की तो उन्होंने इस प्रकार का पत्र भेजने की बात से इन्कार किया। कहा कि जिस पत्रांक का उल्लेख किया गया है, वह उनके कार्यालय से निर्गत ही नहीं हुआ है। इसके बाद डीईओ ने उन पत्रों को बीईईओ को भेजा तथा स्कूल से जांच कराने को कहा। स्कूल के प्रधानाध्यापक सच्चिदानंद सिंह ने अपने प्रतिवेदन में बताया कि उनमें से एक भी छात्र उनके स्कूल का नहीं है।
पतना के पूर्व पारा शिक्षक का लिया नाम
नामांकन पर रोक की सूचना के बाद सभी छात्रों के अभिभावक बुधवार को डीईओ कार्यालय पहुंचे। इस दौरान डीईओ मिथिलेश झा ने उनलोगाें से पूछताछ की तो पता चला कि प्राथमिक विद्यालय कोड़ाडीह का पूर्व पारा शिक्षक निताय मंडल उनलोगों के बच्चों का नामांकन नवोदय में कराने का आश्वासन दिया था और इसके एवज में पैसे भी लिए थे। वह बच्चों को वहां के एक मिशन स्कूल में रखकर पढ़ाता था तथा बीईईओ के नाम का फर्जी मुहर बनवाकर फर्जी रिपोर्ट डीईओ आफिस को देकर नामांकन करा देता था। वह विगत कई सालों से ऐसा कर रहा है। पूर्व में फर्जीवाड़े की वजह से ही उसे नौकरी से हटा दिया गया था। अब उसपर प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी चल रही है।
क्या कहते हैं जिला शिक्षा अधिकारी
इस संबंध में साहिबगंज जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश झा ने बताया कि फर्जी कागजात के सहारे जवाहर नवोदय विद्यालय में नामांकन की कोशिश का मामला पकड़ में आया है। सभी छात्र एक निजी स्कूल में पढ़ते थे तथा सरकारी स्कूल का फर्जी कागजात बनाकर नामांकन की कोशिश कर रहे थे। नवोदय में सरकारी स्कूलों के बच्चों का नामांकन ही होना है। दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
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