"छात्रों के हित में बदली गई B.Ed की फीस: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आंदोलन का प्रभाव"...
Sahibganj news: शिक्षा हमारे समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण कारक है और शिक्षा के क्षेत्र में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों का योगदान उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होता है।
भारतीय शिक्षा प्रणाली में शिक्षक बनने के लिए बीएड (B.Ed) एक प्रमुख पाठ्यक्रम है। विश्वविद्यालय द्वारा बी एड का शुल्क पुनः 88 हजार कर दिया गया है। इसकी जानकारी सिद्धू कानू मुर्मू यूनिवर्सिटी के पत्रांक संख्या एसकेएमयू / बी एड /90/23 के माध्यम से दी गई है। पत्र में कहा गया है कि छात्रों के आंदोलन को देखते हुए छात्र समन्वय समिति के अनुरोध पर बी एड कॉलेज में नामांकन में हुई बढ़ोतरी तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है ।
पूर्व के निर्धारित शुल्क अट्ठासी हजार पर ही नामांकन सत्र 2023-25 में किया जाएगा। मालूम हो कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकताओं ने विश्वविद्यालय द्वारा बीएड का शुल्क अट्ठासी हजार से बढ़ाकर डेढ़ लाख किए जाने का विरोध पूरे संथाल परगना के सभी जिलों में प्रमुखता से की थी ।
विश्वविद्यालय घेराव से लेकर प्रत्येक महाविद्यालय में ज्ञापन पुतला दहन इत्यादि कई माध्यमों से विश्वविद्यालय के इस तानाशाही फैसले का पुरजोर विरोध किया गया था।बुधवार को सुखद खबर आई। विश्वविद्यालय को विद्यार्थी परिषद के आंदोलन के आगे अपने फैसले को वापस लेना पड़ा। बी एड कॉलेज के नामांकन में हुई बढ़ोतरी शुल्क डेढ़ लाख रुपए से घटाकर अठ्ठासी हजार कर दी गई है।
Connect with Sahibganj News on Telegram and get direct news on your mobile, by clicking on Telegram.
0 Response to ""छात्रों के हित में बदली गई B.Ed की फीस: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आंदोलन का प्रभाव"..."
Post a Comment