योग मन और शरीर, मनुष्य और प्रकृति के बीच एक पूर्ण सामंजस्य है : बजरंगी महतो


साहिबगंज : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जब पूरी दुनिया में योग के महत्व को देखते हुए योग के कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं, तब आमजनों के स्वास्थ्य के साथ उनके सशक्तिकरण को लेकर भी योग के महत्व को समझा जा रहा है।

योग मन और शरीर, मनुष्य और प्रकृति के बीच एक पूर्ण सामंजस्य है : बजरंगी महतो

इसी कड़ी में हिंदू धर्म रक्षा मंच के प्रदेश महासचिव बजरंगी महतो ने बताया कि योग मन और शरीर, मनुष्य और प्रकृति के बीच एक पूर्ण सामंजस्य है। योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, योग से कई प्रकार की बीमारियों से निजात पाई जा सकती है। 

उन्होंने योग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए लोगों को निरंतर योग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि 21 जून को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्राचीन भारतीय विज्ञान के लिए एक अनुष्ठान है। हमारे दैनिक जीवन में योग को जन्म देने से हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है।

यह हमारे तनावपूर्ण जीवन के लिए एक बड़ी राहत प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि योग ने भारत को विश्व का सिरमौर बना दिया। योग और भारत दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची हो गए हैं। आज पूरी दुनिया में योग करने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है, योग के प्रति आकर्षण भी बढ़ रहा है।

प्रदेश महासचिव ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम "स्वयं और समाज के लिए योग" पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योग अभ्यास के दोहरे फायदों पर जोर देता है। व्यक्तिगत कल्याण को बढ़ाना और बड़े पैमाने पर समाज में सुधार करना। 

थीम यह मानती है कि आंतरिक शांति और आत्म देखभाल एक खुशहाल और स्वस्थ अस्तित्व की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि योग करने से जीवन संवार जाएगा, इससे एकाग्रता बढ़ेगी और सफलता मिलेगी। योग स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण है।

साहिबगंज से संजय कुमार धीरज

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