झकझोर देगी सहारनपुर के दंपति की गंगा में कूदने की कहानी, पढ़िए सुसाइड नोट
करोड़ों का कर्ज, बाइक से पहुंचे हरिद्वार, फिर ली आखिरी सेल्फी... झकझोर देगी सहारनपुर के दंपति की गंगा में कूदने की कहानी, पढ़िए हुबहू सुसाइड नोट
सहारनपुर निवासी व्यापारी सौरभ बब्बर ने अपनी पत्नी मोना के साथ आत्महत्या कर ली। दंपति ने हरिद्वार में गंगा में कूदकर अपनी जान दे दी। सौरभ कर्ज से परेशान थे। जान देने से पहले उन्होंने सेल्फ़ी और सुसाइड नोट दोस्त के मोबाइल पर भेज दिया था।
यूपी के सहारनपुर की दंपत्ति ने हरिद्वार के गंगा में कूदकर अपनी जान दे दी। देर शाम तक पत्नी का शव नहीं मिल सका। वहीं, पति के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मरने से पहले दंपति ने एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने कर्ज से परेशान होकर जीवन लीला समाप्त करने की बात लिखी थी।
इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। दंपति के दो मासूम बच्चे हैं। नगर कोतवाली क्षेत्र किशनपुरा निवासी सौरभ बब्बर की मोहल्ले में ही श्री साई ज्वेलर्स की दुकान है। रविवार की रात सौरभ बब्बर पत्नी मोना बब्बर के साथ हरिद्वार गए थे।
सोमवार को उनका शव हरिद्वार में हर की पेड़ी पर मिला। सौरभ के यहां कमेटी डलती थी। करोड़ों रुपए लोगों के बजाए थे। इसके दो बच्चे हैं, जिन्हें मरने से पहले नाना-नानी के यहां छोड़कर गए थे। इसका जिक्र उन्होंने खुद सुसाइड नोट में किया है।
रानीपुर थाना के प्रभारी विजय सिंह ने बताया कि सौरभ बब्बर की सहारनपुर में श्री साईं ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। उन्होंने बताया कि दंपति सोमवार को ही मोटरसाईकिल से हरिद्वार पहुंचे थे। सिंह ने बताया कि जमालपुर खुर्द गांव के पास गंगनहर के किनारे दलदल में एक व्यक्ति का शव अटका होने की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और गोताखोरों की मदद से शव निकाला।
उन्होंने बताया कि मृतक के पैंट की जेब से मिले मोबाइल फोन और पर्स के आधार पर शव की शिनाख्त हुई। उन्होंने बताया कि महिला का शव अभी नहीं मिला है और उसकी तलाश की जा रही है। सिंह ने बताया कि जानकारी मिली है कि सौरभ पर करीब 10 करोड़ रुपये का कर्ज था।
दंपति के दो बच्चे हैं। दंपति ने आत्महत्या करने से पहले दोनों बच्चों को उनके नाना-नानी के पास पहुंचा दिया था। आत्महत्या से पहले सौरभ और उनकी पत्नी द्वारा लिखा और दस्तखत किया एक नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने लिखा कि वह कर्ज के दलदल में इस कदर फंसे हैं कि अब बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा और इसलिए वे अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं।
नोट में अपनी दुकान व मकान दोनों बच्चों के लिए छोड़ने की बात कहते हुए दंपति ने लिखा कि ‘‘हमने उन्हें अपने नाना-नानी के पास छोड़ दिया है, क्योंकि उन्हें केवल उन्हीं पर भरोसा है।’’ सौरभ ने आत्महत्या से पहले अपनी दुकान पर काम करने वाले गोलू को एक ऑडियो संदेश भी भेजा था, जिसमें उन्होंने कहा कि ‘‘यह सबको बता देना, हम लोग हरिद्वार में हैं और अब मरने जा रहे हैं।’’
पढ़िए हूबहू सुसाइड नोट
'मैं सौरभ बब्बर कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा। अंत में मैं और मेरी धर्म पत्नी मोना बब्बर अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं। प्रॉपर्टी, दुकान और हमारा किशनपुरा वाला मकान मेरे दोनों बच्चों के लिए है।
हमारे दोनों बच्चे अपने नाना-नानी के घर रहेंगे। इनका जीवन अब हम पती-पत्नी उनके हवाले करके जा रहे हैं। बच्चे हमारे वहीं रहेंगे, हमें किसी और पर भरोसा नहीं है। हमने लेनदारों को अधाधुंध ब्याज दिया है। हम अब और नहीं दे पा रहे हैं। हम जहां सुसाइड करेंगे। उस जगह जाकर वहां की फोटो हम वॉट्सऐप पर शेयर कर दूंगा।
By: Sanjay Kumar Dhiraj
0 Response to " झकझोर देगी सहारनपुर के दंपति की गंगा में कूदने की कहानी, पढ़िए सुसाइड नोट"
Post a Comment