NTPC कहलगाँव में हिन्दी पखवाड़ा-2025 का आयोजन, हिन्दी भाषा का अधिकाधिक प्रयोग पर जोर
कहलगांव : राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार एवं उसके प्रयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एनटीपीसी कहलगाँव में 14 से 29 सितम्बर 2025 तक हिन्दी पखवाड़ा-2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं कार्यक्रमों के माध्यम से कर्मचारियों में राजभाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसे कार्यालयीन कार्यों में प्रभावी ढंग से लागू करने का प्रयास किया जाएगा।
बीते दिनों प्रशासनिक भवन स्थित चाणक्य सभागार में हिन्दी पखवाड़ा का शुभारंभ परियोजना प्रमुख रवीन्द्र पटेल के कर-कमलों द्वारा किया गया। उद्घाटन सत्र में वरिष्ठ अधिकारियों, विभागाध्यक्षों, कर्मचारियों एवं कर्मचारियों के संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
उद्घाटन के अवसर पर परियोजना प्रमुख रवीन्द्र पटेल ने उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राजभाषा की प्रतिज्ञा दिलाई। इस अवसर पर सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि वे अपने कार्यालयीन कार्यों में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग करेंगे तथा राजभाषा के प्रचार-प्रसार में सक्रिय योगदान देंगे।
अपने संबोधन में परियोजना प्रमुख रवीन्द्र पटेल ने कहा कि “हिन्दी हमारी सांस्कृतिक पहचान और एकता की भाषा है। कार्यालयीन कार्यों में इसके अधिकाधिक प्रयोग से न केवल हमारी कार्यक्षमता बढ़ेगी, बल्कि राजभाषा नीति के उद्देश्यों की भी पूर्ति होगी।” उन्होंने सभी कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे हिन्दी पखवाड़ा के दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और राजभाषा के प्रचार-प्रसार में योगदान दें।
उद्घाटन समारोह के उपरांत कर्मचारियों के लिए राजभाषा ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने राजभाषा नियम, अधिनियम, संवैधानिक प्रावधान, आठवीं अनुसूची, वर्तनी आदि विषयों पर अपनी जानकारी का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता में हिन्दी एवं गैर-हिन्दी दोनों वर्गों के कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। हिन्दी पखवाड़ा के अंतर्गत एनटीपीसी कहलगाँव में निबंध लेखन, वाद-विवाद, कविता पाठ, हिन्दी टंकण, स्वरचित कविता/गीत प्रस्तुति, प्रश्नोत्तरी, नोटिंग एवं ड्राफ्टिंग प्रतियोगिता सहित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। विजेताओं को समापन समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।
0 Response to "NTPC कहलगाँव में हिन्दी पखवाड़ा-2025 का आयोजन, हिन्दी भाषा का अधिकाधिक प्रयोग पर जोर"
Post a Comment