राजमहल: पर्यटन की अपार संभावनाओं वाला ऐतिहासिक नगर
पर्यटन की असीम संभावनाओं को समेटे है राजमहल अनुमंडल, यहां दर्जनों ऐतिहासिक व पौराणिक स्थल मौजूद
साहिबगंज : संथाल परगना प्रमंडल के साहिबगंज जिले में स्थित ऐतिहासिक नगरी राजमहल अनुमंडल पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह नगर अपनी पौराणिक विरासत, स्थापत्य कला और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। साथ ही, हल्दिया–वाराणसी जलमार्ग के जरिये यह क्षेत्र पूरे संथाल परगना को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है।
राजमहल को टूरिज्म सर्किट में शामिल करने की मांग लंबे समय से की जा रही है। यदि इसे औपचारिक रूप से पर्यटन सर्किट का दर्जा मिलता है, तो न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी बल्कि आगंतुकों को बेहतर सुविधाएं भी मिल सकेंगी।
कंचनजंघा टूरिस्ट फेस्टिवल में पहली बार शामिल हुआ राजमहल
ऐतिहासिक धरोहरें और प्राकृतिक सौंदर्य
सुविधाओं की कमी अब भी चुनौती
स्थानीय गाइड शुभेंदु, अर्णव, चक्रवर्ती और दीपक मिश्रा के अनुसार, कई सैलानी सुरक्षा और आवास की अपर्याप्तता के कारण असहज महसूस करते हैं।
विदेशी पर्यटकों का बढ़ता रुझान
विधायक का बयान
राजमहल विधायक मो. ताजउद्दीन (एम.टी. राजा) ने कहा —
“राजमहल को पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए झारखंड सरकार और जिला प्रशासन मिलकर काम कर रहे हैं। टूरिस्ट सर्किट विकसित कर यहां की ऐतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक सौंदर्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।”
आगे की राह
राजमहल में आवास, सुरक्षा और आधुनिक सुविधाओं का विकास विदेशी सैलानियों के अनुभव को और बेहतर बना सकता है। यदि सरकार इन पहलुओं पर ध्यान दे, तो राजमहल आने वाले समय में पूर्वी भारत का प्रमुख अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र बन सकता है।
0 Response to "राजमहल: पर्यटन की अपार संभावनाओं वाला ऐतिहासिक नगर"
Post a Comment