साहिबगंज में खेत बने तालाब, फसलों का भारी नुकसान — सर्वे को तरस रहे किसान
सावन-भादो की तरह खेतों में भरा बारिश का पानी, अभी तक सर्वे करने नहीं पहुंचे जिम्मेदार अधिकारी, MP-MLA को कोस रहे किसान
साहिबगंज : जिले भर में पिछले मंगलवार से रविवार तक रूक-रूक कर हुई बारिश से खेतों में सावन-भादो की तरह खेत-खलिहानों में लबालब पानी भर जाने से धान समेत अन्य फसलें बर्बाद हो गई हैं। दरअसल शनिवार तक सदर प्रखंड समेत जिले भर में हुई बारिश ने फसलों को बर्बाद कर दिया है।
आलम यह है कि करीब 60 फीसदी फसलें तबाह हो चुकी हैं। जिसमें मुख्य रूप से धान, गेहूं, आलू, उड़द एवं अन्य फसलें शामिल हैं। राजमहल प्रखंड के सुखसेना, मुन्नापटाल, कन्हैयास्थान, टपुआ, तालझारी प्रखंड के मदनशाही, सकरीगली, बोरियो प्रखंड के पचगढ़,
बांझी, पहाड़पुर, घोघी, समेत सैकड़ों गांवों की धान की फसलें करीब-करीब पानी में तैरते हुए सड़ने लगी हैं। यहां तक कि धान की फसलें खेतों में अंकुरित भी होने लगी हैं। फसलों को बर्बाद होता देख अन्नदाताओं में हाय-तौबा मची है।
अन्नदाताओं का आरोप है कि साहिबगंज के बरहेट विधानसभा क्षेत्र से विधायक सह राज्य के मुख्यमंत्री आते हैं, लेकिन किसानों की पीड़ा को कोई नहीं समझ रहा है। जनप्रतिनिधि जश्र मनाने में लगे हैं। जिसके चलते राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अभी तक किसी भी गांव में सर्वे करने नही पहुंचे। कई अन्नदाताओं ने उपायुक्त हेमन्त सती, विधायक एमटी राजा, सांसद विजय कुमार हांसदा का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है।

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