नशे की अंधी लत का शिकार हो रहे बच्चे और युवा — महाराजपुर स्टेशन किनारे मिली...
नशे की अंधी लत का शिकार हो रहे बच्चे और युवा, महाराजपुर स्टेशन किनारे मिली दर्जनों प्रतिबंधित कफ़ सिरप की बोतलें
साहिबगंज : जिले में अब चारों तरफ नशे का जंजाल जकड़ता जा रहा है। आए दिन युवा नशे की वजह से दम तोड़ रहे हैं और हजारों घर उजड़ रहे है। लोगों का कहना है कि आखि़र कब रुकेगा मौत का ये धीमा ज़हर का खेल? नशा सिर्फ शरीर नहीं, पूरा परिवार तोड़ देता है।
ताजा मामला महाराजपुर का है, जहां टेम्पो स्टैंड विवाह भवन से होकर महाराजपुर स्टेशन की ओर जाने वाली अंदर गली में उगे झाड़ी में Rc-Kuff फॉस्फेट सिरप की करीब 30 बोतल बुधवार की सुबह फेंका मिला है। कोरेक्स सिरप बंद होने के बाद अब बाजार में विभिन्न प्रकार की फॉस्फेट कफ सिरप उपलब्ध है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि रेल कर्मचारी स्टेशन पर पटरियों के पास उग आए जंगलों की जब सफाई कर रहे थे, तब प्रतिबंधित कफ़ सिरप पर नज़र पड़ी। मामले की सूचना आरपीएफ, जीआरपी, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को दे दी गई है।
डॉक्टरों ने बताया कि कोरेक्स सिरप जैसा ही इस सिरप में अल्कोहल की मात्रा अधिक है। पहले युवक नशे के लिए कोरेक्स सिरप का इस्तेमाल करते थे। सरकार ने जब कोरेक्स पर रोक लगा दी तो उसकी जगह पर कोडीन कफ सिरप या ऐसे ही सिरप बाजार में उपलब्ध हैं।
यह सिरप सिर्फ खांसी में उपयोग किया जाता है। कई दवा दुकानों में बिना पर्ची के ही इस दवा को बेची जाती है। इस वजह से आसानी से यह कफ सिरप उपलब्ध हो जाता है। उधर, इस सिरप में अल्कोहल की मात्रा ज्यादा होने से युवक नशा करने में प्रयोग कर रहे हैं।
अगर कोई युवक पूरी फाइल को पी ले तो वह नशे में चूर हो जाएगा। इधर, महाराजपुर व आस-पास के इलाके में युवाओं का एक तबका शाम होते ही नशा के लिए सिरप का सेवन करते हैं। टेम्पो स्टैंड गली में शाम होते ही नशेड़ियों का जमघट लगता है।
इस वजह से इस गली से होकर गुजरने में लड़कियों व महिलाओं को डर लगता है। सिरप से लेकर गांजा और शराब तक का सेवन यहां किया जाता है। यहां कई अन्य जगह भी इस कप सिरप का सेवन धड़ल्ले से किया जाता है।
इस बीच सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान ने बताया कि फॉस्फेट कफ सिरप में अल्कोहल की मात्रा अधिक होती है। यह सिर्फ खांसी में प्रयोग किया जाता है। अगर कोई व्यक्ति पूरी फाइल पी ले तो नशा होना स्वाभाविक है। बिना डॉक्टर की लिखे पर्ची के मेडिकल दुकानदार इस कफ सिरप को नहीं बेच सकता है।
यदि कोई मेडिकल संचालक बेचता है तो गलत हैं। तालझारी थाना प्रभारी अनीश कुमार पांडे ने कहा कि स्थानीय दवा दुकानदार बिना पर्ची के इस सिरप को बेचते पकड़ा जाता है तो आवश्यक कार्रवाई होगी।

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