आदिवासी समाज की गौरवशाली परंपरा व इतिहास को नई पहचान दे रही है मोदी सरकार: भूलन दुबे
साहिबगंज : जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर वेटरन्स इंडिया झारखंड प्रदेश अध्यक्ष भूलन दुबे ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, उनके संघर्ष और आदिवासी समाज के योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। भूलन ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने जनजातीय और वंचित समाज के सर्वांगीण विकास के लिए कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं—
वनवासी व मुसहर समुदायों को आवास, राशन, पेंशन, स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं का लाभ।
“आदिवासी संस्कृति महोत्सव” और “जनजातीय संग्रहालय” की स्थापना द्वारा आदिवासी नायकों के गौरव का प्रसार।
छात्रवृत्ति, राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताएँ और कौशल विकास कार्यक्रम।
मिशन रोजगार के तहत युवाओं को सरकारी व निजी क्षेत्र में अवसर।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना व हर घर जल योजना से वन एवं पहाड़ी क्षेत्रों तक मूलभूत सुविधाओं की पहुँच।
स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को बाँस शिल्प, मधुमक्खी पालन और हस्तशिल्प जैसे स्वरोजगार से जोड़ना।
आगे उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का मूल विचार है कि जनजातीय समाज को राष्ट्र की मुख्यधारा में समान भागीदारी और विकास का साझेदार बनाया जाए। उन्होंने बताया कि आज़ादी के अमृत काल में भाजपा पूरे देश में जन-जागरण कार्यक्रम, सांस्कृतिक आयोजन, सम्मान समारोह और विरासत संरक्षण अभियानों के माध्यम से आदिवासी समाज की गौरवशाली परंपरा को नई पहचान दे रही है।
भूलन दुबे ने प्रदेशवासियों को 150वीं जयंती का संदेश देते हुए कहा कि यह वर्ष संकल्प का वर्ष है। यह केवल स्मरण का नहीं, बल्कि संकल्प का वर्ष है। हम सभी भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चलकर समाज में समानता, पर्यावरण की रक्षा, शिक्षा और आत्मनिर्भरता तथा स्वराज के मूल्यों को अपनाने का संकल्प लें। आने वाले भारत में कोई भी जनजातीय परिवार पिछड़ा न रह जाए- यही भगवान बिरसा मुंडा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

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