बर्ड सेंचुरी की मांग पर महिलाओं का अनशन जारी, फोरलेन सड़क और एयरपोर्ट निर्माण का विरोध तेज
साहिबगंज: शिमरतल्ला झील को बर्ड सेंचुरी घोषित करने और गौचर भूमि पर प्रस्तावित एयरपोर्ट तथा झील के नज़दीक फोरलेन सड़क निर्माण के विरोध में स्थानीय महिलाओं का अनशन लगातार जारी है। डिहारी, हाजीपुर भिट्ठा, पटवर टोला और भोलीया टोला की गृहणियां पारिस्थितिक संतुलन व जल संरक्षण की मांग को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रही हैं।
महिलाओं का कहना है कि ये परियोजनाएं झील की प्राकृतिक पारिस्थितिकी, प्रवासी पक्षियों के आवास और आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए गंभीर खतरा पैदा करेंगी। उनका स्पष्ट कहना है कि गांव, खेत और प्राकृतिक संसाधन बचाने के लिए यह संघर्ष जरूरी है।
“हमें बर्ड सेंचुरी चाहिए, गांव उजाड़ने वाले प्रोजेक्ट नहीं” — महिलाओं की आवाज़
अनशन पर बैठी महिलाओं ने कहा कि:
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शिमरतल्ला झील को बर्ड सेंचुरी घोषित किया जाए।
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गौचर जमीन पर एयरपोर्ट निर्माण की अनुमति न दी जाए।
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झील के पास फोरलेन सड़क बनने से पर्यावरण और गांव दोनों को गंभीर नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन उनके गांव, खेत, बाग-बगीचों और स्थानीय जैव-विविधता को बचाने के लिए है।
आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल
अनशन में शामिल प्रमुख महिलाओं में रूपा भारती, उर्मिला देवी, ऊषा देवी, जिच्छा देवी, शविता देवी, सुमित्रा देवी, चंचला ओझा, पीहु, कुणाल, कलवतिया देवी, बबली देवी सहित कई लोग मौजूद रहे।
महिलाओं का कहना है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगों पर शासन-प्रशासन द्वारा ठोस निर्णय नहीं लिया जाता।

यह सराहनीय कार्य है।
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